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पटना : दो स्कूलों की मान्यता रद्द, एक कॉलेज का आवेदन खारिज
बिहार बोर्ड : बैठक में लिये गये कई निर्णय पटना : बिहार बोर्ड ने राज्य के दो जिलों में स्थित दो स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है. इसमें हाजीपुर के धनौती स्थित पं उज्ज्वल मिश्र उच्च विद्यालय और सीतामढ़ी स्थित पं दीनदयाल उपाध्याय उच्च विद्यालय शामिल हैं. बुधवार को बोर्ड की बैठक में यह […]
बिहार बोर्ड : बैठक में लिये गये कई निर्णय
पटना : बिहार बोर्ड ने राज्य के दो जिलों में स्थित दो स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है. इसमें हाजीपुर के धनौती स्थित पं उज्ज्वल मिश्र उच्च विद्यालय और सीतामढ़ी स्थित पं दीनदयाल उपाध्याय उच्च विद्यालय शामिल हैं. बुधवार को बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में आवेदन संबद्धता समिति की अनुशंसा पर जहानाबाद स्थित अब्दुल कयूम अंसारी कॉलेज के संबद्धता आवेदन को रद्द कर दिया. वहीं, मधुबनी स्थित मिथिला टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज को डीएलएड कोर्स संचालन के सीट वृद्धि के लिए एनसीटीइ से प्राप्त मान्यता के आलोक में स्वीकृति दी गयी. बैठक की अध्यक्षता आनंद किशोर ने की.
संबद्धता नहीं, तो एडमिशन नहीं ले सकेंगे : आनंद किशोर ने बताया कि वर्ष 2019 की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए वैसे मान्यता प्राप्त महाविद्यालय के असंबद्ध संकाय में विद्यार्थियों का परीक्षा फाॅर्म भरा गया है, तो उन्हें किसी मान्यता प्राप्त प्लस-टू शिक्षण संस्थान से टैग करा कर विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल किया जायेगा.
परीक्षकों के लिए इंसेंटिव : बैठक में मैट्रिक व इंटर परीक्षा-2019 की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए सह परीक्षकों के मानदेय में स्लैब वाइज इंसेंटिव के रूप में वृद्धि करते हुए भुगतान की स्वीकृति दी गयी.
अब तक जहां 25 अंक वाली कॉपी के लिए 12 रुपये प्रति कॉपी की जगह 13.35 रुपये मिलेंगे. 50 अंक तक की कॉपियों के लिए जहां 15 रुपये मिलते थे, वहीं अब 16.70 रुपये मिलेंगे. मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों को 15.60 रुपये मिलेंगे. इंसेंटिव राशि का भुगतान मूल्यांकन में की गयी त्रुटियों के आधार पर होगा. त्रुटिरहित मूल्यांकन करने वाले परीक्षक को मेगा इंसेंटिव के रूप में 30 प्रतिशत राशि का प्रस्ताव है.
परीक्षा व मूल्यांकन कार्य से जुड़े निर्णय
-मूल्यांकन कार्य में लगे तृतीय वर्गीय कर्मचारियों को अब 150 के स्थान पर 200 रुपये मिलेंगे.
– बारकोडिंग में प्रतिनियुक्त सेक्रेसी पर्सनल के लिए निर्धारित दर 50 पैसे बढ़ा कर दो रुपये किया गया.
– इंटर की प्रायोगिक परीक्षा में आंतरिक व बाह्य परीक्षकों को सात रुपये देने की स्वीकृति
दोनों सेक्शनों का होगा एकीकरण व पुनर्गठन
बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बोर्ड के दोनों सेक्शन इंटर व मैट्रिक के समान कार्यों को एकीकृत व इनका पुनर्गठन होगा. 2007 में बीआइइसी व बीएसइबी का विलय कर दिया गया था.
बैठक में ये थे मौजूद : बैठक में माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल सिंह, मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विवि के प्रतिकुलपति प्रो एसएम रफीक आजम, नालंदा खुला विवि के प्रतिकुलपति प्रो कृतेश्वर प्रसाद, शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज भागलपुर के प्राचार्य राकेश कुमार, बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार, पटना विवि के परीक्षा नियंत्रक राम कुमार मंडल व बोर्ड के सचिव अनूप कुमार सिन्हा मौजूद थे.
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