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पटना : साइबर क्राइम होने पर कहीं भी करा सकते हैं एफआईआर
30 तक डेढ़ लाख साइबर सेनानी जुड़ेंगे पुलिस के ग्रुप से, एक जनवरी से ईओयू रोज भेजेगा जागरूकता संदेश पटना : किसी भी तरह का साइबर क्राइम होने पर कोई भी व्यक्ति राज्य के किसी भी थाने में एफआईआर करा सकता है. थानेदार यह कहकर एफआईआर लिखने से इन्कार नहीं कर सकते कि शिकायतकर्ता पीड़ित […]
30 तक डेढ़ लाख साइबर सेनानी जुड़ेंगे पुलिस के ग्रुप से, एक जनवरी से ईओयू रोज भेजेगा जागरूकता संदेश
पटना : किसी भी तरह का साइबर क्राइम होने पर कोई भी व्यक्ति राज्य के किसी भी थाने में एफआईआर करा सकता है. थानेदार यह कहकर एफआईआर लिखने से इन्कार नहीं कर सकते कि शिकायतकर्ता पीड़ित नहीं है अथवा घटना किसी भी रूप में उस थाना क्षेत्र में नहीं घटी है.
थानेदारों को साइबर अपराध को रोकने के लिए तीस दिसंबर तक डेढ़ लाख लोगों को साइबर सेनानी व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ना होगा.
एक जनवरी से इनको ईआेयू रोजाना जागरूकता से ओतप्रोत वीडियो और संदेश भेजेगा. डीजीपी ने 11 अगस्त को पुलिस-जनता व्हाट्सएप ‘ साइबर सेनानी’ समूह का गठन करने के आदेश दिये थे. अब तक करीब 30 हजार साइबर सेनानी बनाये जा चुके हैं. राज्य के 1075 थानों, 225 पुलिस चौकियों, 115 अनुमंडलों एवं 44 जिलों में ये साइबर सेनानी पुलिस के साथ मिलकर साइबर जगत को लाभप्रद, उपयोगी एवं सुरक्षित बनाये रखने में अपना योगदान देंगे.
प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन : आर्थिक अपराध इकाई परिसर में सोमवार को विभिन्न जिलों के 40 थानेदारों को साइबर अपराध की जांच के पांच दिन के प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन हुआ. मुख्य अतिथि डीजी होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवाएं सुनील कुमार ने थानेदारों को संबोधित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया हथियार की तरह प्रयोग हो रहा है.
वक्त आ गया है कि स्कूल कालेजों में जाकर किशोरों और युवाओं को जागरूक किया जाये. डीजी ने साइबर क्राइम जांच, जागरूकता और पुलिस की जिम्मेदारी के प्रति सभी को आगाह किया.
एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार जांच के सही तरीकों की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में 7.5 करोड़ मोबाइल यूजर हैं. ऐसे में पुलिस की चुनौती बड़ी है. साइबर क्राइम में जांच का प्रोसेस गलत नहीं होना चाहिए. उन्होंने प्रशिक्षण और उस पर अमल पर विस्तार से चर्चा की. डीआईजी ईओयू शिव कुमार झा और एएसपी सुशील कुमार ने भी थानेदारों को महत्वपूर्ण जानकारी देकर प्रशिक्षित किया.
जामताड़ा में साइबर अपराध के ट्रेनिंग कैंप
झारखंड के जामताड़ा में साइबर अपराध की ट्रेनिंग कैंप चल रहे हैं. डीजी सुनील कुमार, एडीजी जीएस गंगवार , डीआईजी शिव कुमार झा ने बताया कि जामताड़ा में झोपड़ियों में रहने वाले पूरे देश में बैंक फ्राॅड कर रहे हैं. एक -एक झोपड़ी के पते पर कई सिम और मोबाइल जारी कराकर फ्राॅड किये जा रहे हैं.
तैयार की हस्तपुस्तिका
साइबर अपराध काे रोकने और उसकी जांच में पुलिस को किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आये इसके लिए डीजी सुनील कुमार ने सभी थानेदारों को हस्तपुस्तिका प्रदान की. साइबर अपराध रोकथाम, अनुसंधान और साइबर सुरक्षा हस्तपुस्तिका को आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार और ईओयू की स्टेट साइबर सेल के प्रभारी एएसपी सुशील कुमार ने तैयार किया है. इसमें शिकायत दर्ज करने के तरीके से लेकर जांच करने की पूरी प्रक्रिया का बिन्दुवार विस्तृत ब्योरा है.
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