पटना-दानापुर : राजधानी में शनिवार की दोपहर बच्चे के अगवा किये जाने की सूचना पुलिस को मिली, तो उसके होश उड़ गये. छठी क्लास में पढ़ने वाले सतीश कुमार (11 वर्ष) के घरवालों ने पुलिस को बताया कि पढ़ाई करके घर लौट रहे उनके बच्चे का अपहरण हो गया है. इस पर दीघा थाने की पुलिस ने तत्काल एसएसपी मनु महाराज को जानकारी दी.
इस पर सूचना वायरलेस सेट पर प्रसारित की गयी और पूरे शहर में घेराबंदी शुरू कर दी गयी. करीब एक घंटा के सर्च अभियान के दौरान बच्चे को रुपसपुर थाना क्षेत्र के सगुना मोड़ से बरामद कर लिया गया. वहीं, जिस कार से उसे अगवा किया गया था उस कार को भी दानापुर स्टेशन के पास से बरामद किया गया. हालांकि, अगवा करने वाले फरार हो गये हैं, उनकी तलाश चल रही है. पुलिस छापेमारी में जुटी हुई है. वहीं, घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पटना-दीघा मार्ग को जाम कर दिया था, जो आधा घंटा बाद हटा लिया गया.
सतीश के सहपाठियों ने इसकी सूचना घरवालों की दी : दरअसल दीघा थाना क्षेत्र के रामजीचक का रहने वाला सतीश कुमार डॉ अांबेडकर हाईस्कूल में छठी क्लास में पढ़ता है. शनिवार को वह स्कूल गया था. दोपहर में छुट्टी होने के बाद वह सहपाठियों के साथ घर आ रहा था. इस दौरान बगल से गुजर रही एक कार पर उसने पत्थर चला दिया. पत्थर कार के शीशे पर लगा और शीशा टूट गया. इस पर कार में सवार लोग नीचे उतरे और सतीश को अगवा कर लिया. लोग बच्चे को लेकर चले गये.
इस पर वहां मौजूद सतीश के सहपाठियों व अन्य लोगों ने इसकी सूचना सतीश के घरवालों को दी. घरवाले आनन-फानन में दीघा थाना पहुंचे और रो-रो कर सारी बात बतायी. पुलिस ने बिना देर किये वरीय पदाधिकारियों को जानकारी दी. इस पर चारों तरफ सर्च अभियान चलाया गया. अगल-बगल के थाने की पुलिस सड़क पर आ गयी. कार सवारों को जानकारी मिल गयी कि वे पुलिस से घिर चुके हैं. उन्हाेंने बच्चे को रुपसपुर इलाके में सगुना मोड़ पर छोड़ दिया और कार दानापुर रेलवे स्टेशन के बाहर छोड़ कर फरार हो गये. पुलिस ने बच्चा और कार दोनों को बरामद कर लिया. आरोपितों की तलाश कर रही है.
बरामदगी के बाद बेटे के गले से लिपटी मां, पुलिस को बोली धन्यवाद
सतीश के अगवा होने की खबर से एक तरफ पुलिस जहां परेशान थी, वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोग हंगामा करने लगे थे. रामजीचक के पास पटना-दीघा मार्ग को भी आधे घंटे के लिए जाम कर दिया था. दूसरी तरफ सतीश के घरवाले लगातार रो रहे थे. एसएसपी मनु महाराज ने बच्चे के जल्द बरामदगी का भरोसा दिलाया. इधर तेजी से छानबीन चल रही थी.
करीब एक घंटे बाद बच्चा बरामद कर लिया गया. पुलिस ने सबसे पहले उसके घरवालों को जानकारी दी. इस पर घरवाले शांत हुए, कुछ देर बाद एसएसपी बच्चे को लेकर उसके घर पहुंचे, तो सतीश की मां ने बेटे को देख कर गले से लगा लिया. वह बहुत देर तक रोती रही. इसके बाद उसने पुलिस को धन्यवाद बोला.
अपहरण करने वाले की हुई पहचान
दरअसल जिस कार से सतीश का अपहरण किया गया था उसके मालिक की पहचान हो गयी है. पुलिस के मुताबिक कार को प्रिंस राज गौतम नाम का व्यक्ति चला रहा था. वह मुजफ्फरपुर के कासिमपुर मोहल्ला का रहने वाला है. जिस समय उसने घटना को अंजाम दिया, उस समय कार में एक महिला भी मौजूद थी जो पीछे की सीट पर बैठी थी.
पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है. पुलिस का कहना है कि फिरौती के लिए अपहरण नहीं किया गया था, कार का शीशा टूटने पर कार चालक ने सतीश को अगवाकर उसके पिता से उसकी कीमत लेना चाहता था. जब पुलिस के घेराबंदी व नाकेबंदी की जानकारी हुई तो सुगना मोड़ के पास उसे फेंक कर भाग गया. यहां से कुछ लोगों ने सतीश को निजी अस्पताल ले गये, सतीश से मोबाइल नंबर लेकर उसके घरवालों को फाेन करके जानकारी दी गयी.