पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सेन डॉयग्नोस्टिक के संस्थापक डॉ दिलीप सेन के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि डॉ दिलीप सेन एक प्रख्यात पैथोलॉजिस्ट थे. 1965 में उन्होंने सेन डॉयग्नोस्टिक की नींव रखी थी. उन्होंने अपने बलबूते सेन डॉयग्नोस्टिक को आसमान की ऊंचाईयों तक पहुंचाया.
उन्होंने कहा कि डॉ दिलीप सेन द्वारा जो काम किया गया है, वह चिकित्सा के क्षेत्र में आनेवाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सेन डॉयग्नोस्टिक की इतनी ख्याति है कि इस संस्थान द्वारा किया गया टेस्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर के अस्पताल और चिकित्सक बेहिचक मानते हैं. उन्होंने कहा कि डॉ दिलीप सेन ने चिकित्सा के क्षेत्र में जो काम किया है, वह बिहार और देश के लिए गौरव की बात है. उनका निधन चिकित्सकीय क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
मालूम हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का खून भी जांचने को जरूरत पड़ी है, तो डॉ दिलीप सेन खून निकाल चुके हैं. डॉ दिलीप सेन की पुत्री डॉ महाश्वेता सेन ने उनकी यादों को संकलित कर एक पुस्तक ‘नो फियर’ का रूप दिया था, जिसे पिछले वर्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विमोचन किया था. डॉ दिलीप सेन की इच्छा थी कि पटना स्थित पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल वर्ल्ड क्लास का बने.