पटना : बिहार में सत्तारूढ़ जदयू ने गुरुवार को जोर देकर कहा कि उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को राज्य की जनता ने मुख्यमंत्री बनाया है और उनकी इच्छा पर इस पद पर आसीन हैं तथा जब तक यहां के लोग चाहते हैं वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे. केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को पटना के रवींद्र भवन में सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार को बड़ा भाई कहा था और दावा किया था कि राजग में आने के बाद नीतीश से एक बार हुई व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा था कि 15 साल मुख्यमंत्री रहना बहुत होता है, अब मन संतृप्त हो चुका है.
कुशवाहा के उस दावे पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा कि नीतीश को बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री बनाया है और वह उनकी इच्छा पर इस पद पर आसीन हैं. वह तो कभी पद और प्रतिष्ठा के लिए काम नहीं करते बल्कि जनता के लिए काम करते हैं तथा अभी बहुत सारा काम बाकी है. उन्होंने कहा कि नीतीश बिहार की जनता की अपेक्षा हैं. जब तक बिहार के लोग चाहते हैं तब तक नीतीश जी मुख्यमंत्री बने रहेंगे. बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुशवाहा को लग रहा है कि 17 साल में नीतीश की इच्छा तृप्त हो जाएगी और वह कुर्सी से हट जाएंगे और शायद उनके लिए कुछ गुंजाइश हो जाये.
बिहार में राजद के साथ महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के नेता प्रेमचंद मिश्र ने कुशवाहा के नीतीश को बड़ा भाई बताये जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इन लोगों ने बड़े भाई और छोटे भाई का बहुत ही घालमेल कर दिया है. पहले नीतीश जी लालू जी को बड़ा भाई मानते थे अब उपेंद्र जी नीतीश को बड़ा भाई मान रहे हैं.