पटना: मेयर अफजल इमाम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए विरोधी पार्षद दलीय आधार पर पार्षदों को एकजुट करने में जुटे है. वहीं, भाजपा से ताल्लुक रखने वाले डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता ने विरोधी गुट के पार्षदों की दावा की हवा निकाल दी है.
डिप्टी मेयर का कहना है कि विरोधी पार्षद नैतिक विरोध नहीं कर रहे. सिर्फ झूठा बयानबाजी कर रहे है, जिसका सच से कोई लेना-देना नहीं है. वार्ड पार्षद किसी न किसी पार्टी के विचारधारा को मानते है, लेकिन निगम में दल या पार्टी के आधार पर चुनाव नहीं होता है. अगर विरोधी पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है, तो दलगत राजनीति छोड़ मेयर के साथ खड़ा रहूंगा. इसका कारण है कि मेयर और मैंने जनहित योजना के लिए एक साथ आवाज उठाया है.
प्रस्ताव लाने के लिए नहीं मिल रहे 24 पार्षद : विरोधी पार्षद को एकजुट करने में लगे विनय कुमार पप्पू ने दावा किया कि 50 वार्ड पार्षदों का समर्थन मिल रहा है, जिसमें स्थायी समिति के सदस्य भी शामिल हैं. स्थायी समिति सदस्य विनोद कुमार, विनोद गुप्ता, नैयाज और कांती देवी ने एक स्वर में कहा कि श्री पप्पू झूठ बोल रहे हैं. अगर संपर्क में हैं, तो सिद्ध करें. नेयाज कहते हैं कि विपक्षी पार्षद कौआ की तरह सिर्फ कांव-कांव कर रहे हैं. श्री पप्पू मेयर के सहयोग से ढ़ाई वर्ष डिप्टी मेयर के पद पर रहे, तो निगम के लिए क्या किया. सत्ता सुख भोगने के लिए ललचाये हैं. वहीं, विनोद गुप्ता कहते है कि वे क्या संपर्क करेंगे, हम खुद संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. इसका कारण है कि उन्हें 24 पार्षद नहीं मिल रहा है, तो मेरे ही समर्थन में आ जाये.
हस्ताक्षर कराने में लगे रहे विपक्षी : विपक्षी पार्षद सोमवार को भी अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में जुटे रहे. विनय पप्पू की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव के पत्र बनाया गया है, जिस पर 24 पार्षदों की हस्ताक्षर चाहिए. इसको लेकर पार्षदों से हस्ताक्षर करवा रहे है. विपक्षी पार्षदों में विनय कुमार पप्पू, सुनील कुमार, अशोक ठाकुर, संजय कुमार सिंह, पूर्व मेयर संजय कुमार और दीपक कुमार चौरसिया मुख्य भूमिका में है.
नगर आयुक्त पर भी लगाया जा रहा आरोप : पार्षद आभा लता और बालेश्वर सिंह ने नगर आयुक्त पर आरोप लगाया है कि नगर आयुक्त प्रशासनिक कार्य छोड़, राजनीति कर रहे है. अविश्वास प्रस्ताव आने वाला है, तो वार्ड पार्षदों से संपर्क कर रहे हैं और एसएमएस भी भेज रहे है. बालेश्वर सिंह कहते है कि नगर आयुक्त ने दो बार फोन कर बुलाया और विपक्षी पार्षदों से मिलवाने की कोशिश किया. इस बाबत नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने कहा कि आरोप बेबुनियाद है.