फुलवारीशरीफ/पटना: जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद पप्पू यादव ने आज पटना के फुलवारीशरीफ में आयोजित मिलन समारोह में कहा कि पूरा प्रदेश अपराधियों के तांडव से त्रस्त है और राज्य की सरकार के साथ विपक्ष लोकसभा चुनाव की तैयारी में मस्त है. उन्होंने सत्ता पक्ष पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में आज सत्ता में बैठे लोग उन अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं, जिनका संबंध सत्ता से है. यही वजह है कि ऐसे अपराधी को बचाने के लिए अधिकारियों का तबादला कर दिया जा रहा है. इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य सरकार को सूबे में अपराधियों पर अंकुश लगाने में कोई रुचि नहीं है.
सांसद ने कहा कि लोकतंत्र में लीडर की नीयत, नीति और विश्वनीयता काफी मायने रखती है. इसका असर प्रशासन के निर्णय और एक्शन पर भी पड़ता है. यही वजह है कि जब लीडरशिप कमजोर हो और जन तंत्र का महत्व समाप्त हो जाये, तब शासन-प्रशासन का काम करना मुश्किल हो जाता है. साथ ही ये जनहित के कामों से दूर हो जाते हैं, जो बिहार में आइएएस और डीएसपी के तबादले में देखा गया है. मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड में एसएसपी हरप्रीत कौर का तबादला किसके इशारे पर किया गया. हम ये जानना चाहते हैं, क्योंकि जब अपराधियों को इस तरह काम करने से रोका जायेगा, तो अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा ही.
पप्पू यादव ने कहा कि यूं तो बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है, मगर महिलाओं पर हमले काफी बढ़े हैं. इसके पीछे पोर्न देखने वाली मानसिकता है. इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार पोर्न पर बैन लगाने की हिम्मत दिखाये और इसे बैन करे. क्योंकि आज हर मोबाइल में पोर्न देखने की सुविधा है, जिसका परिणाम महिलाओं को भुगतना पड़ता है.
सांसद ने देश की हालत खराब होने के लिए भाजपा को जिम्मेवार ठहराया और कहा कि आज जिस हालत से देश गुजर रहा है, उसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार जिम्मेवार है. इस सरकार को जनहित के मुद्दे से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने मोदी सरकार के आयुष्मान योजना पर भी सवाल खड़े किये और कहा कि जब पीएमसीएच जैसे अस्पताल में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलती, तो इस योजना का कोई औचित्य ही नहीं बचता.