पटना: पूर्व राज्यसभा सदस्य शिवानंद तिवारी ने कहा कि उन्हें संतोष है कि शरद-नीतीश को लोकसभा चुनाव की चुनौती के विषय में राजगीर शिविर में ही आगाह कर दिया था. मैंने कहा था कि नरेंद्र मोदी को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इस आदमी में असाधारण ताकत है.
तिवारी ने कहा कि आज जो लोग नीतीश कुमार के खिलाफ रोष जाहिर कर रहे हैं. उनसे मैं जानना चाहता हूं कि मेरे साथ जो कुछ हुआ उस समय आप क्यों मौन थे. उन्होंने कहा कि नीतीश ने न सिर्फमुङो राज्यसभा से बेदखल किया, बल्किपार्टी से भी बाहर कर दिया. आज वे खुद 1 अणो मार्ग से बाहर हो गये हैं. मुङो खुशी नहीं बल्कितकलीफ है. नीतीश को 1978 में मैंने बिहार युवा जनता का अध्यक्ष बनाया था.
उस समय उनका परिचय अखबारों में शिवानंद गुट के अध्यक्ष के रूप में छपता था. हमेशा सामने वाले को नीचा दिखाने की कोशिश उनकी पुरानी आदत है. आज पार्टी मृतप्राय हो चुकी है. बार-बार मैंने आगाह किया था कि पार्टी समाप्त हो रही है. लोकसभा चुनाव में चौकड़ी बता रही थी कि 62 प्रतिशत का वोट बैंक नीतीश कुमार के साथ है. नतीजा निकला कि वोट 16 प्रतिशत पर पहुंच गया.