अनुज शर्मा
पटना : पुलिस नेशनल गेम्स में खेलने के लिए बिहार पुलिस को खिलाड़ी नहीं मिल रहे हैं. बिहार पुलिस में महिला और पुरुष जवानों की संख्या 87,664 है. पुलिस की स्टेट टीम चुनने के लिए भारी भरकम संख्या वाले पुलिस बल के अधिकारियों के माथे पर बल पड़ रहे हैं. खिलाड़ियों की कमी इतनी है कि कुछ खेलों के ट्रायल देने वालों की सूची में रविवार की शाम तक एक भी नाम नहीं था. किसी भी तरह स्टेट टीम का गठन हो जाये, इसके लिए हर संभव जुगत लगायी जा रही है.
पुलिस में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए बिहार राज्य खेलकूद चयन समिति का गठन किया गया है. वर्तमान में इसके नोडल पदाधिकारी एडीजी (मुख्यालय) एसके सिंघल हैं. इस चयन समिति को विभिन्न खेलों की महिला और पुरुष वर्ग की राज्य स्तरीय 10 टीमों का गठन करना है. इसके लिए 28-29 जुलाई को बिहार सैन्य पुलिस-05 के खेल मैदान में ट्रायल होना था. ट्रायल में भाग लेने वालों 27 जुलाई तक खेल कार्यालय में रिपोर्टिंग करनी थी. रविवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे प्रभात खबर के राज्य ब्यूरो संवाददाता ने मौके पर देखा कि नोडल पदाधिकारी राज्य पुलिस खेलकूद के कक्ष पर ताला लटका हुआ था.
बीएमपी में डीएसपी एवं खेल प्रभारी का कक्ष तो खुला था लेकिन वह मौजूद नहीं थे. खेल मैदान पर सन्नाटा पसरा हुआ था. एक भी खिलाड़ी वहां नहीं था. खेल मैदान में मौजूद जवानों ने बस इतनी जानकारी दी कि खराब मौसम के कारण ट्रायल रद्द कर दिया गया है. इस मामले में बिहार राज्य खेलकूद चयन समिति के नोडल पदाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कोई उत्तर नहीं दिया.
10 खेलों के लिए पुरुष और महिलाओं की 10- 10 टीमों का करना है गठन, ट्रायल में भी नहीं दिखायी रुचि, खराब मौसम के कारण ट्रायल भी रद्द
ट्रायल देने वालों की सूची में 200 नाम भी नहीं
बिहार पुलिस को फुटबॉल, तीरंदाजी, जूडो, जिम्नास्टिक्स, वुशू, ताइक्वांडो, कुश्ती, भारोत्तोलन, कबड्डी व बाॅक्सिंग की टीमों का गठन करना है. ये टीमें पुलिस नेशनल गेम्स में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगी. प्रभात खबर ने अपनी पड़ताल में पाया कि जिम्नास्टिक्स में एक भी खिलाड़ी ने रुचि नहीं दिखायी है. किसी में पांच तो किसी में 15 आवेदन आये हैं. ट्रायल के लिए 200 से भी कम आवेदन आये हैं.
मुश्किल है महिला टीम का गठन
पुलिस विभाग के लिए महिला टीमों का गठन करना सबसे बड़ी चुनौती है. सूत्रों के अनुसार फुटबाल, तीरंदाजी, जूडो, जिम्नास्टिक्स, वुशू, ताइक्वांडो, कुश्ती, भारोत्तोलन, कबड्डी और बाॅक्सिंग के लिए महिलाओं की भी 10 टीमों का गठन किया जाना है. महिला पुलिस कर्मियों ने खेलों में कोई रुचि नहीं दिखायी है. ट्रायल के लिए केवल दो दर्जन महिलाओं ने ही हामी भरी है. कबड्डी की टीम के लिए 12 और फुटबाल की टीम के लिए ही 18 खिलाड़ियों की जरूरत होती है.
एडीजी की चिट्ठी के बाद भी नहीं निकले खिलाड़ी
टीमों के गठन के लिए बिहार राज्य खेलकूद चयन समिति के नोडल पदाधिकारी एडीजी एसके सिंघल ने जीआरपी और राज्य के सभी आईजी को 19 जुलाई को पत्र (पत्रांक -644/370320/ लेखा-21.5.18) भेजा था. इसमें एडीजी ने भी चिंता प्रकट की थी कि प्रक्षेत्रीय टीम में जूडो, भारोत्तोलन, तीरंदाजी, वुशू एवं ताइक्वांडो की स्पर्धाओं में खिलाड़ियों की संख्या काफी कम है.