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पटना : भाजपा के साथ बेहतर तरीके से चल रही है सरकार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में भाजपा के साथ उनकी सरकार बेहतर और स्वस्थ तरीके से चल रही है. कहीं कोई प्रॉब्लम नहीं है. लोकसभा चुनाव में शीट शेयरिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस संबंध में कोई बात नहीं हुई है. जब समय आयेगा, तब देखा जायेगा.मुख्यमंत्री सोमवार […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में भाजपा के साथ उनकी सरकार बेहतर और स्वस्थ तरीके से चल रही है. कहीं कोई प्रॉब्लम नहीं है. लोकसभा चुनाव में शीट शेयरिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस संबंध में कोई बात नहीं हुई है. जब समय आयेगा, तब देखा जायेगा.मुख्यमंत्री सोमवार को लोक संवाद के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे. जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव ने सारी बातों को स्पष्ट कर दिया है. जदयू को हाशिये पर डाले वाले उनके बयान से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने किसी पार्टी के बारे में कुछ नहीं कहा. मीडिया में इससे संबंधित पांच-छह स्टोरी रोज देखने को मिल रही थी. एक वातावरण बनाया जा रहा
है. उसके संदर्भ में मैंने ये बातें कही थीं. लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इसकी चिंता मत कीजिए.
कोई हड़बड़ी नहीं है. समय आने पर सब बातों की चर्चा होगी. वक्त का इंतजार कीजिए. बाकी सारी बातों का कोई मतलब नहीं है. सब हवा में है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पटना आगमन के दौरान मुलाकात के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अमित शाह के साथ हमारी मुलाकात होगी. 2019 में क्षेत्रीय पार्टी की भूमिका से जुड़े प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव में सबकी भूमिका रहती है.
समान आचार संहिता से जुड़े प्रश्न के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और पार्टी दोनों का मंतव्य भेज दिया गया है. इस विषय पर आपसी बातचीत जरूरी है, लोगों की राय जानना जरूरी है. विभिन्न धर्मों और विचारों के लोगों से चर्चा करनी होगी. आपसी सामंजस्य के आधार पर भी सहमति तैयार करनी होगी.
अगले सत्र में शराबबंदी कानून में संशोधन का विधेयक
शराबबंदी कानून में कुछ तब्दीली से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में पूरी ईमानदारी से शराबबंदी कानून को लागू किया है.
इसमें कुछ कड़े प्रावधान हैं. इसके लिए कार्यक्रम में एक राय बनाने के लिए अॉल पार्टी मीटिंग की गयी थी. लोगों से भी राय ली गयी. एक्ट का दुरुपयोग न हो, इसके लिए अधिकारियों की एक एक उच्चस्तरीय कमेटी बनायी गयी है, जो अध्ययन के आधार पर यह जानकारी देगी कि इसमें क्या सुधार किया जा सकता है.
कानूनी एवं संवैधानिक पहलू को ध्यान में रखते हुए इन सब चीजों पर विचार–विमर्श किया जा रहा है. शराबबंदी कानून का प्रभावकारी ढंग से पालन हो, इसके किसी अंश का दुरुपयोग न हो. अगले सत्र में इससे संबंधित संशोधन विधेयक आयेगा.
स्वतंत्र चुनाव लड़कर भी गठबंधन में
बिहार के बाहर जदयू के अकेले लड़ने के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी विचारधारा के लोग अन्य राज्यों में भी हमसे जुड़े हुए हैं. जदयू नगालैंड में भी एक सीट जीतकर गठबंधन सरकार में हिस्सा है.
पूरे देश में एक साथ चुनाव कराये जाने के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से हम सहमत हैं. अभी तत्काल यह लागू करना संभव नहीं है. इससे फेडरल स्ट्रक्चर पर होने वाले खतरे से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे संघीय ढांचे पर कुछ भी प्रभाव नहीं पड़ेगा. यह लोकतंत्र के हित में है. साथ ही स्टेट के चुनाव में लिमिटेड खर्च का प्रावधान कर देने से पैसे का दुरुपयोग भी रुकेगा.
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लालू को एक बार नहीं, चार बार फोन कर उनकी तबीयत की जानकारी ली
मुख्यमंत्री इस बात पर नाराज दिखे कि उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का हालचाल लिया तो बवाल मच गया. उन्होंने कहा कि एक बार नहीं, चार बार फोन कर उनकी तबीयत के बारे में जानकारी ली. बिना जाने-समझे इस पर इस तरह की टिप्पणी की गयी जो मानवीय संवेदनाओं से परे है. सुनकर आश्चर्य होता है कि लोग कैसी सोच रखते हैं? समाज का स्तर कहां जा रहा है? समाज में किस तरह का वातावरण बनाया जा रहा है? उन्होंने कहा, लालू प्रसाद से मेरे पुराने संबंध हैं.
वैचारिक मतभेद हो सकते हैं. कोई व्यक्तिगत मतभेद तो है नहीं. उनकी तबीयत खराब है. फोन कर हालचाल पूछ लिया तो इस पर इतना बवाल. अगर यही स्थिति रही तो कोई किसी से फोन पर बात भी नहीं करेगा, हालचाल नहीं पूछेगा. लालू आवास में ‘नो इंट्री बोर्ड’ पर कहा कि यह सब हास्यास्पद है. उन्हें इस पर हंसी होती है. मेरे लिए नो इंट्री का बोर्ड बीजेपी ने तो नहीं लगाया.
दंगारोपितों से गिरिराज के मिलने पर कहा यह स्वीकार्य नहीं, एक्शन से देते हैं जवाब
नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर भी नाराज दिखे. गिरिराज सिंह के बयान और जेल में जाकर दंगे के आरोपितों से मुलाकात करने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मामला एक्सेप्टेबल (स्वीकार्य) नहीं है.
किसी की गिरफ्तारी होती है तो नियम-कानून के तहत होती है और अगर किसी को लगता है कि गलत हुआ है तो वह न्यायालय में जाये. सरकार के इकबाल में कोई कमी नहीं आयी है. हमने कार्रवाई की. उसी का नतीजा है कि लोग जेल में हैं.
आज समाज में मर्यादाहीन वातावरण बनता जा रहा है. पूरे समाज का वातावरण बिगड़ता जा रहा है. हम पूरी ईमानदारी और बिना भेद के साथ काम करते हैं. मीडिया पर उन बातों को महत्व दिया जाता है, जिससे पब्लिसिटी प्राप्त हो. कुछ लोग ऐसी बातें बोलते रहते हैं कि चर्चा में बने रहें. राज्य सरकार पूरी ईमानदारी के साथ बिना भेदभाव के काम कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एनडीए सरकार में किसी भी व्यक्ति का व्यवहार देखिए, हमलोग अच्छे से काम कर रहे हैं. सरकार कानूनी तौर पर अपना काम कर रही है.हमारी सरकार में न ही किसी को फंसाया जाता है, न ही किसी को बचाया जाता है. हमलोग अपने एक्शन से जवाब देते हैं. बाकी लोगों के बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. हमलोगों में कोई मतभेद नहीं है.
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