अनुज शर्मा
सर्कुलर रोड में ओम प्रकाश व उसके भाई की बोलती है तूती
पटना : तेज प्रताप यादव ने जिस ओम प्रकाश यादव उर्फ भुट्टू को लेकर तूफान ला दिया, उसकी 10 सर्कुलर रोड में तूती बोलती है. ओमप्रकाश और उनके दो भाई भी 10 सर्कुलर रोड में ही रहते हैं. यह रिश्ते में भाई लगते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को यह बुआ कहते हैं. तेज प्रताप यादव बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे तो भुट्टू उनके निजी सहायक थे. इन दिनों उनकी नजदीकियां तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ हैं. ओमप्रकाश के बड़े भाई मणि यादव तेजस्वी प्रसाद यादव के प्रेस आॅफिसर हैं. तीसरे भाई नागमणि भी पूर्व सीएम आवास में डेरा जमाये हुए हैं.
तेज प्रताप के क्षेत्र में अधिक सक्रिय रहते हैं सुबोध राय : तेज प्रताप यादव राजद महुआ विधान सभा सीट से विधायक हैं. यह वैशाली जिले में आती है. सुबोध राय वैशाली जिला स्थानीय प्राधिकार से एमएलसी चुने गये हैं.
इनका घर से वैशाली विधान सभा क्षेत्र में आता है. गांव वैशाली और महुआ विधान सभा क्षेत्र के बाॅर्डर पर पड़ता है. सुबोध राय अपने क्षेत्र से अधिक तेज प्रताप यादव के क्षेत्र महुआ में अधिक सक्रिय रहते हैं.
चर्चा यहां तक है कि उन्होंने यह अफवाह तक उड़ा दी है कि तेज प्रताप महुआ क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ेंगे. वह सांसद बनने की तैयारी कर रहे हैं. शायद यही कारण था कि तेज प्रताप ने रविवार को महुआ क्षेत्र में दौरा करने से पहले यह बयान दिया कि वह बिहार की राजनीति करने में रुचि रखते हैं. वह संसदीय चुनाव नहीं लड़ेंगे.
बाद में किया डैमेज कंट्रोल
मेरा फेसबुक एकाउंट भाजपा और आरएसएस ने कर लिया हैक
तेज प्रताप यादव द्वारा फेसबुक पर पोस्ट लिखने के बाद पार्टी के अंदर और परिवार में भूचाल आने के बाद डैमेज कंट्रोल का खेल शुरू हो गया.
तेज प्रताप यादव ने पहले तो अपने पोस्ट को संशोधित किया. करीब एक घंटे बाद पोस्ट को डिलीट कर दिया. बाद में मीडिया को बयान दिया कि आरएसएस और भाजपा वालों ने उनका फेसबुक एकाउंट हैक कर लिया था. आरएसएस ने राजद को कमजोर करने के लिये यह सब किया है.
तेज प्रताप की फेसबुक पोस्ट में ऐसे छलका दर्द
मेरे शुभचिंतकगण,
जैसा कि आप सभी को ज्ञात है कि कल मैं अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ में टी-पार्टी के जरिये कार्यकर्ताओं की समस्या सुनकर उसे हल करने हेतु महुआ गया था.
आपको सुनकर हैरानी होगी कि यहां सभी कार्यकर्ता सिर्फ और सिर्फ एक ही समस्या लेकर आये. जानना चाहेंगे कि वो समस्या क्या थी ? वो समस्या थी ‘ओम प्रकाश यादव उर्फ भुट्टू’ एवं एमएलसी ‘सुबोध राय’ की ‘शिकायत’.
सभी कार्यकर्ताओं का कहना था कि हमें आप से कोई शिकायत नहीं. हम सभी जानते हैं कि आप बहुत अच्छे हैं, किंतु ओम प्रकाश यादव एवं सुबोध राय आपके खिलाफ गलत-गलत अफवाह उड़ाकर आपकी छवि को धूमिल कर रहे हैं. ये दोनों आपको पागल और सनकी बताते हैं.
यहां तक कि अब तो ये लोग जोरू का गुलाम बताते हैं और कहते हैं कि तेज प्रताप तो नाम के विधायक हैं. तेज प्रताप को कुछ भी नहीं आता है. इसके साथ और भी ऐसे-ऐसे शब्द हैं जो मैं आपको नहीं बता सकता हूं. इन झूठे अफवाहों के कारण आपका क्षेत्र खराब हो रहा है, इसलिए इन दोनों ‘आस्तीन के सांपों’ को अपने क्षेत्र से बाहर कीजिए .
मैंने भी अपने कार्यकर्ताओं से यही कहा कि मैं भी अपने मम्मी-पापा को बहुत बार बता चुका हूं कि ओम प्रकाश यादव उर्फ भुट्टू एवं सुबोध राय मेरे बारे में गलत-गलत अफवाह फैलाकर मुझे बदनाम कर मेरी छवि धूमिल कर रहा है, किंतु मेरी मम्मी मेरी एक नहीं सुनती हैं और उल्टा मुझे ही डांट सुनना पड़ता है. जिसके कारण मैं बहुत ही प्रेशर में रहता हूं. अब आप ही बताएं कि क्या इतना प्रेशर में राजनीति हो सकती है क्या ?
मुझमें अदम्य साहस एवं क्षमता है, जिससे मैं इन कीड़े-मकोड़ों को चुटकी में मसल सकता हूं, किंतु मेरा पैर अपनों के कारण रुक जाता है.
इसलिए मेरे शुभचिंतकगण,यदि यही स्थिति बनी रही तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अब मैं राजनीति नहीं करूंगा. राजनीति वही लोग करेंगे, जो मेरे छवि को धूमिल कर रहे हैं. अब ओम प्रकाश यादव उर्फ भुट्टू ही महुआ से चुनाव लड़ेगा और विधायक और फिर मंत्री बनेगा.
तेज प्रताप के इस पोस्ट से जदयू-भाजपा को मिला मौका
तेज प्रताप की पोस्ट ने लालू की राजनीतिक विरासत को लेकर घमासान की पोल खोल दी है.तेज प्रताप के इस बयान ने भाजपा और जदयू को एक बड़ी ताकत दे दी है.पार्टी और परिवार के अंदर चल रही खींचातानी से पार्टी को कितना नुकसान होगा, इसका अंदाजा आने वाले दिनों में दिखेगा. लालू प्रसाद के छोटे पुत्र और विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव साइकिल यात्रा के माध्यम से नीतीश सरकार को घेरने में पूरी ताकत झोंके हुए हैं.
इस बीच तेज प्रताप की पोस्ट ने लालू प्रसाद की राजनीतिक विरासत को लेकर चल रहे घमासान की पोल खोल दी है. 10 सर्कुलर रोड में चलने वाली राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी पहले सिर्फ लालू प्रसाद और उनके करीबी इक्के -दुक्के लोगों तक सिमटी रहती थी.
तेज प्रताप की फेसबुक पोस्ट ने मानों 10 सर्कुलर रोड के अंदर जमा हुए असंतोष के गुबार को ही फोड़ दिया है. लोकसभा चुनाव व महागठबंधन के स्वरूप अख्तियार करने के पहले तेज प्रताप के इस बयान ने भाजपा और जदयू को नाहक में एक बड़ी ताकत दे दी है. तेज प्रताप ने एक बार फिर यह जता दिया है कि यदि पार्टी में उनको तरजीह नहीं मिली तो इसका नुकसान उठाने के लिए पार्टी तैयार रहे.