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सुमन के ठाठ-बाट से गांव वाले थे चकित बोलते थे लोग कोई गलत काम करता होगा

गांव में सुमन के रहन सहन को देख लोगों के बीच अक्सर चर्चा होती थी कि सुमन जरूर कोई गलत या अनैतिक कार्य कर रहा है. बनगांव में इस बात को लेकर अक्सर लोग एक दूसरे से बहस करते मिलते थे. जैसे सुमन को कोई कुबेर का खजाना हाथ लग गया हो. लोगों का पहले […]

गांव में सुमन के रहन सहन को देख लोगों के बीच अक्सर चर्चा होती थी कि सुमन जरूर कोई गलत या अनैतिक कार्य कर रहा है. बनगांव में इस बात को लेकर अक्सर लोग एक दूसरे से बहस करते मिलते थे. जैसे सुमन को कोई कुबेर का खजाना हाथ लग गया हो. लोगों का पहले से अनुमान था कि सुमन नशा या आर्म्स का कारोबार करता था. गांव में यहां तक लोग कहते थे कि सूबे के एक बड़े-बड़े राजनीतिक दलों के लोगों का गलत काम का वीडियो भी सुमन के पास मौजूद है. जिसे वह अपनी पत्नी की मदद से बनाया था.

हंगामा, जाम, लाठीचार्ज, कई घायल
सिपाही भर्ती में धांधली का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की रखी मांग, पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी
पटना : बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने नतीजे में धांधली का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर डाकबंगला चौराहे पर जम कर हंगामा प्रदर्शन किया. इस दौरान अभ्यर्थियों ने सड़क जाम कर की और राहगीरों से बदतमीजी करने के साथ ही वाहनों में तोड़-फोड़ भी की. पुलिस ने प्रतिबंधित क्षेत्र में हंगामा करने के आरोप में अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पुलिस ने काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने. अंत में पुलिस ने लाठीचार्ज कर हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया. कई अभ्यर्थियों को चोटें आयी हैं. इस हंगामे के कारण डाकबंगला चौराहे पर दो घंटे तक यातायात व्यवस्था बाधित रही. इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. पुलिस को यातायात व्यवस्था सुचारु करने में पसीने छूट गये.
अभ्यर्थियों के हंगामे के कारण एंबुलेंस भी जाम में फंस गयी थी. आयकर गोलंबर पर भी जाम की स्थिति हो गयी थी. इधर, इस मामले में अभ्यर्थियों के खिलाफ कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इन लोगों पर हंगामा करने, प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन करने का आरोप लगाया गया है.
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का आरोप था कि पुलिस की बहाली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गयी है. सारी परीक्षाओं के बाद अंत में मेरिट लिस्ट में छंटनी कर दी गयी. अभ्यर्थियों ने बताया कि 9900 पद पर बहाली की गयी. जिसमें सात हजार लड़कियों व 2900 लड़कों का नाम अंतिम मेधा सूची में आया. जबकि लड़कियों की मात्र 35 फीसदी ही आरक्षित पद थे.
लेकिन 80 फीसदी सीटों पर बहाली कर दी गयी. अभ्यर्थियों ने नियुक्ति पर रोक लगाने व फिर से पहले ही सूची को रद्द करने की मांग की है.
पूरे राज्य से आये थे अभ्यर्थी
सिपाही भर्ती परीक्षा का नतीजा कुछ दिन पहले ही आया था. इसके बाद अभ्यर्थियों ने हाल में ही इस नतीजे के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था. बुधवार को पूरे राज्य के अभ्यर्थियों को विरोध करने के लिए बुलाया गया था. कुछ अभ्यर्थी पटना जंक्शन के पास पहुंचे, तो कुछ आयकर गोलंबर पर एकत्र हुए.
इसके बाद पटना जंक्शन से डाकबंगला चौराहा और आयकर गोलंबर से डाकबंगला चौराहे की ओर अभ्यर्थी बढ़ने लगे. इस दौरान इन लोगों ने राहगीरों से बदतमीजी की और कई वाहनों के शीशे फोड़ दिये. डाकबंगला चौराहे पर पहुंच कर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. तब तक काफी संख्या में पुलिस के जवान भी आ चुके थे. पुलिस ने हटने का अनुरोध किया लेकिन वे लोग नहीं माने, तो फिर लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया. पुलिस पर पथराव किया, लेकिन बल प्रयोग के जरिये पुलिस ने तुरंत ही स्थिति को नियंत्रित कर लिया.
तेजस्वी से की शिकायत
पटना. बिहार पुलिस में सिपाही की बहाली से वंचित रहे अभ्यर्थियों ने बुधवार को नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव से मुलाकात कर कार्रवाई कराने की मांग की. शिष्टमंडल की मुख्य शिकायत थी की विज्ञापन की शर्त के विरुद्ध पुरुष उम्मीदवार की तुलना मे महिला उम्मीदवारों का चयन बहुत अधिक किया गया है. विज्ञापन में निर्धारित शर्त के अनुसार सिपाही पद पर पुरुष उम्मीदवारों का चयन नहीं किया गया है. केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने 11 जून को बिहार पुलिस की सिपाही बहाली परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी किया था. इसमें 9839 अभ्यर्थी सफल हुए हैं.

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