पटना : बिहार के राजनीतिक गिलयारों में एनडीए में खटपट के कयास उस समय और तेज हो गये, जब रालोसपा अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहाशुक्रवार को सुशील मोदी की इफ्तार पार्टी में भी शामिल होने के लिए राजधानी में नहीं रुके और अपने संसदीय क्षेत्र करगहर के लिए रवाना हो गये. मालूम हो कि राजधानी पटना के ज्ञान भवन में गुरूवारको आयोजित एनडीए के भाईचारा भोज में भी एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं के शिरकत करने के बावजूद रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए थे.
उपेंद्र कुशवाहा शुक्रवार की सुबह पटना पहुंचे और तुरंत अपने संसदीय क्षेत्र के करगहर के लिए रवाना हो गये. गुरुवार के एनडीए के भाईचारा भोज में नहीं शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा किभोज में तो अमित शाह भी नहीं आये, तो उनपर कोई सवाल क्यों नहीं उठा रहा? उन्होंने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है, एनडीए एक है और हमारे बीचकोई विवाद नहीं है.
वहीं, रालोसपा नेता नागमणि ने गुरुवार कोकहा था कि बिहार में विधानसभा का चुनाव एनडीए की ओर से हमारे नेता उपेंद्र कुशवाहा के चेहरे पर हीलड़ा जाये. क्योंकि, बिहार में हमारा भी जनाधार है, तो इस आधार पर हमारी पार्टी भी मजबूत है. उन्होंने यह भी कहा था कि इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व सेबात की जायेगी. हालांकि, गुरुवार के भाईचारा भोज में भले ही उपेंद्र कुशवाहा खुद नहीं गये, लेकिन रालोसपा के दो नेता एनडीए के भोज में शिरकत करनेपहुंचे थे.