भागलपुर : विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के असानंदपुर स्थित मिथिला वर्कशॉप में छापेमारी कर भागलपुर पुलिस की डीआइयू टीम ने प्रेस लिखी टाटा इंडिका वीटू कार (जेएच 05 यू 0311) से 80 किलो गांजा बरामद कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार तस्करों में मोजाहिदपुर स्थित शहबाजनगर का रहनेवाला मो मेराज आलम और मोजाहिदपुर का ही मो शफी आलम है.
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें असानंदपुर में गांजा की बड़ी डील फाइनल होने की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही पुलिस ने डीआइयू टीम को अलर्ट कर डीआइयू के पदाधिकारियों और पुलिस बल को सिविल ड्रेस में छापेमारी के लिए भेजा. पुलिस के पास सूचना थी कि प्रेस लिखी सफेद रंग की इंडिका कार में गांजे की डिलीवरी होनी है. छापेमारी के दौरान पुलिस असानंदपुर इलाके में फैल गयी. पुलिस वहां से गाड़ी को तलाशती मिथिला मारुती वर्कशॉप पहुंची. वहां पर खड़ी एक गाड़ी की तलाशी के दौरान पुलिस ने जब सीट कवर को उठाया तो सीट के नीचे एक गुप्त चेंबर बना मिला. इसमें 80 पैकेट में अच्छी तरह सील किया हुआ गांजा बरामद हुआ. गाड़ी में बैठे शफी आलम व मेराज आलम को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया.
जानकारों का मानना है कि अभी तक शहर में जितनी बार भी गांजे की खेप बरामद कर तस्करों की गिरफ्तारी की गयी, वह इस अवैध कारोबार के महज प्यादे हैं. गांजा व्यापार के अवैध खेल में जहां बड़े अपराधी शामिल हैं, वहीं इस काले कारोबार में कई सफेदपोश भी शामिल हैं. इस कार्रवाई के बाद अब पुलिस इनके ऊपर बैठे लोगों की तलाश में जुटी है.
एसएसपी ने बताया कि गांजा कहां से लाया गया था और इसकी डिलीवरी कहां होनी थी, कारोबार के पीछे डीलर और खरीदार हैं, इस संबंध में दोनों से पूछताछ की जा रही है. बहुत जल्द मामले का खुलासा कर लिया जायेगा.जमशेदपुर के पूर्वी सिंहभूम के तारीक नामक व्यक्ति के नाम पर उक्त गाड़ी का रजिस्ट्रेशन बरामद की गयी कार के रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से जब एक मोबाइल एप की मदद से उसके मालिक का पता लगाने की कोशिश की गयी तो, गाड़ी का रजिस्टेशन झारखंड के जमशेदपुर का पाया गया. वहीं जमशेदपुर स्थित पूर्वी सिंहभूम के तारीक नामक व्यक्ति के नाम पर यह कार रजिस्टर्ड है.