पटना : भारत के पिछड़ेपन के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान को जिम्मेदार ठहराये जाने के नीति आयोग के सीईओ के कथित बयान की पृष्ठभूमि में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार को जितनी मदद मिल रही है, उससे कहीं और अधिक की आवश्यकता है. इस स्थिति में भी यह प्रदेश तेजी से विकास की ओर अग्रसर है.
मुख्यमंत्री ने बाबू वीर कुंवर सिंह के 160वें विजयोत्सव पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के पिछले दिनों आये बयान के संदर्भ में कहा कि बिहार को जितनी मदद मिल रही उससे कहीं और अधिक की आवश्यकता है. इस हालात में भी यह प्रदेश तेजी से विकास की ओर अग्रसर है. उन्होंने आजादी की पहली लड़ाई में बाबू वीर कुंवर सिंह की भूमिका की विस्तृत चर्चा की आवश्यकता जताते हुए कहा कि उनके संघर्ष की कहानी से युवाओं में आत्मबल बढ़ेगा.
नीतीश ने कहा कि आजादी की पहली लड़ाई में बाबू वीर कुंवर सिंह की भूमिका की विस्तृत चर्चा नहीं होती है. महानायकों के जीवन से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह अगस्त 1857 से नौ महीने का लंबा मार्च करते हुए 22 अप्रैल को जगदीशपुर लौटे. वर्तमान सड़क मार्ग से यह दूरी 2380 किलोमीटर है, जबकि आज की तरह पहले सड़कें नहीं हुआ करती थीं, अतः यह दूरी ऊबड़-खाबड़ रास्ते के द्वारा उससे दुगनी हो जायेगी. उन्होंने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह ने अनेक जगहों पर अंग्रेजों से युद्ध लड़ा और उनकी पकड़ में नहीं आये, इसके लिए उन्होंने छापामार युद्ध की रणनीति को अपनाया.
नीतीश ने कहा कि आजादी की पहली लड़ाई में कुंवर सिंह की भूमिका पर कुछ पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है. नयी पीढ़ी इसके द्वारा पूरी बातों को जान सकेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर कुंवर सिंह के संघर्ष की कहानी से युवाओं में आत्मबल बढ़ेगा.