पटना :राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने रविवार को दावा किया कि बालू खनन पर नीतीश सरकार की रोक के विरोध में आगामी 21 दिसंबर को राजद का बिहार बंद शांतिपूर्ण रहेगा. साथ ही कहा कि श्रद्धालुओं के स्वागत में राजद के सैकड़ों स्वयंसेवक सेवा में लगे रहेंगे. श्रद्धालुओं को बिहार बंद से मुक्त रखा जायेगा.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पत्रकारों से कहा कि राजद के आगामी 21 दिसंबर को पूर्व से घोषित बिहार बंद को लेकर राज्य सरकार ने सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाश पर्व पर आगामी 23 से 25 दिसंबर तक पटना में आयोजित होनेवाले शुकराना समारोह में आगंतुक श्रद्धालुओं को कठिनाई होने की आशंका व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार ही जिम्मेदार हैं, क्योंकि बालू गिट्टी की उपलब्धता से काम मिलने लगे और निर्माण कार्य चालू हो जाये तो बंद की जरूरत ही क्या है.
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार अपने किसान, मजदूर और गरीब विरोधी चेहरे को प्रकाशपर्व के शुकराना समारोह के नाम पर छिपाना चाह रही है, जबकि सरकार की मजदूर विरोधी खनन नीति के कारण बालू और गिट्टी के अभाव में प्रदेशभर में निर्माण कार्य ठप है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के इस तानाशाही निर्णय के कारण भवन निर्माण से जुड़े कामगारों और कारोबारियों का काम छिन गया है, जिससे वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं.
लालू प्रसाद ने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में अपराध की घटनायें बढ रही है. सरकार अपने प्रचार में मस्त है और जनता त्रस्त है. उन्होंने अपनी पार्टी के इस बंद को व्यापक जनसमर्थन होने का दावा करते हुए कहा कि सिख गुरुओं और खासकर गुरु गोविंद सिंह जी ने भी किसानों, गरीबों और मजदूरों के हक के लिए अन्याय के खिलाफ केवल लड़ने का ही नहीं, बल्कि बलिदान का भी संदेश दिया है. उन्होंने प्रदेश की समस्त जनता, बुद्धिजीवियों, किसान, मजदूर, कारोबारी सभी संगठनों और राजनैतिक दलों से अपील है कि वे राजद के इस बिहार बंद को समर्थन देकर शांतिपूर्ण ढंग से सफल बनाये.