पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पीएम मोदी के तीन वर्षों के कार्यकाल पर लिखी पुस्तक ‘सवा अरब भारतीयों का सपना’ विमोचन करते हुए कहा कि जो फ्रंट से लीड करता है, वही सफल होता है.नीतीश कुमार ने कहा कि मोदी जी फ्रंट से लीड करते हैं और मैंने कई प्रधानमंत्री देखे जो फ्रंट से लीड नहीं कर पाये.उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के लिए हिम्मत चाहिए, जो पीएम मोदी में है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नोटबंदी जैसे साहसी कदम का हमने समर्थन किया. इसके साथ ही हमने बेनामी संपत्ति पर कार्रवाई की भी मांग की. उन्होंने कहा टाइम पास करने और नौकरी के लिए जनता चुनावमें विजयी बनाकर नहीं भेजती है. जनता सरकार चलाने के लिए चुनती है. इसके लिए हिम्मत और साहस चाहिए, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है.
सीएम नीतीश ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद कोजवाब देतेहुएकहा कि विकास के लिए हम तो बोलेंगे ही. हमें ये चाहिए, हमें वो चाहिए. मेरा मकसद हर हाल में विकासहै और हमइसमिशन को नहीं छोड़ेंगे. मालूम हो कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के मसले पर नीतीश कुमार की मांग कोपीएममोदी की ओर से खारिज किया जाने पर लालू प्रसाद ने चुटकी ली थी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पटना म्यूजियमको बनाने मेंआयी कठिनाइयों काजिक्र भी म्यूजियम में होगा. नीतीश ने कहा कि कोर्ट की ओर से म्यूजियम के बनाने पर सवाल पूछे जाने का भीजिक्रकिया जायेगा. म्यूजियम ऐसा बनाकिपीएम मोदी ने भी देखने की इच्छा जतायी. नीतीश कुमार ने सुशील मोदी से कहाकि लोगों की उम्मीद सरकार से बढ़ रही है. इसलिए ध्यान रखना होगा. मुझे उम्मीद है केंद्र हर संभव मदद करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की सेवा ही देश की सेवा है.
वहीं,बिहारके डिप्टी सीएम सुशीलकुमार मोदी नेइसअवसरपर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह औरपूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरमजीएसटी लागू कर पाने की हिम्मत नहीं दिखा पाये, लेकिन नरेंद्र मोदी ने हिम्मत दिखाई औरजीएसटीको लागू किया. नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के काम करने में कोई अंतर नहीं है. जब मैं नीतीश कुमार को काम करते देखता हूं तो मुझे नरेंद्र मोदी के काम करने कातरीका नजर आता है.
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री अनिल जैन ने कहा, नौकरी को लेकर सरकार का लोग मजाक उड़ाते थे, लेकिन सवा सौ करोड़ लोगों को रोजगार कोई नहीं दे सकता.तीन सालों में मोदी सरकार ने लगभग साढ़े 7 करोड़ लोगों के लिए रोजगार पैदा की है. बीते सरकार में 15 दिनों में एकघोटाला होता था और इस सरकार में 15 दिनों में एक स्कीम लांच होती है.