पटना : बिहार प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी बवाल मचा हुआ है. पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रदेश प्रतिनिधि सम्मेलन पूरी तर मारपीट और धक्का-मुक्की सम्मेलन बनकर रह गया. हंगामा इतना बढ़ा कि पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी के समर्थकों के साथ वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष के लोगों ने हाथापाई की. बाद में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सुरक्षाकर्मियों को तैनात करना पड़ा. सदाकत आश्रम से सादगी दूर चली गयी और पूरा आश्रम रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. आरोप-प्रत्यारोप के अलावा एक दूसरे को कटघरे में खड़ा करने की कवायद शुरू हो गयी. इस बीच पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी ने केंद्रीय नेतृत्व और सीपी जोशी पर सवाल खड़ा करते हुए 10 बड़ी बातों का खुलासा किया. आइए जानते हैं.
-सदाकत आश्रम में पहली बार पार्टी के ही नेता यानी अशोक चौधरी ने केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ बयान देते हुए अपने समर्थकों के साथ इस बैठक का बहिष्कार किया. यह शर्मनाक है.
-पटना स्थित बीपीसीसी मुख्यालय सदाकत आश्रम में सोमवार को आयोजित नव-निर्वाचित प्रदेश प्रतिनिधियों के सम्मेलन के दौरान विक्षुब्ध गुट के हंगामे के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का जल्द से जल्द अगला अध्यक्ष बनाये जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया.
-कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी और उनके समर्थकों ने इस बैठक का बहिष्कार किया. वर्तमान कमेटी पर अविश्वास जताते हुए बहुत सारे आरोप लगाये.
-बीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष काकब कादरी ने इस सम्मेलन के दौरान परित किये गये प्रस्तावों की जानकारी देते हुए किसी प्रकार के हंगामे एवं धक्का मुक्की से इंकार किया.
-इससे पूर्व बीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी और उनके समर्थकों ने प्रतिनिधियों की सूची जारी किये जाने की मांग की.
-चौधरी ने बैठक का बहिष्कार करते हुए पार्टी के बिहार प्रभारी सी पी जोशी पर बाहरी गुंडों के जरिये बीपीसीसी पर कब्जा करवाने का आरोप लगाया.
-उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने अथक मेहनत कर पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी को 4 सीट से 27 सीटों तक पहुंचने में मदद की उन्हें बाहर से लाये गये गुंडों के जरिये पिटवाया जा रहा है. जोशी पार्टी को बाहरी लोगों द्वारा नियंत्रित करना चाहते थे.
-कार्यकारी अध्यक्ष कादरी ने बैठक के दौरान इस तरह की किसी भी घटना से इनकार करते हुए कहा कि मुझे मीडिया के माध्यम पता चला है कि ऐसी घटना कार्यालय के बाहर हुई है.
-उन्होंने कहा कि सम्मेलन के दौरान अव्यवस्था फैलाने एवं इसे बाधित करने के प्रयास में लगे कुछ अवांछित तत्वों के संलग्न होने की घटना की जांच के लिये पूर्व राज्यमंत्री ज्योति की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है.
– कादरी ने बताया कि ज्योति के अलावा इस जांच दल में समीर कुमार सिंह, प्रभात कुमार सिंह, आजमी बारी एवं डॉ. चंदन यादव शामिल हैं.
-बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने आज के सम्मेलन में अधिकांश विधायकों के शामिल होने का दावा किया है पर पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के 27 विधायकों में से दस से कम ही विधायक बैठक में मौजूद थे.
यह भी पढ़ें-
बिहार : फुटबॉल के साथ बाल विवाह को भी ‘किक’ कर रहीं बेटियां, मुस्लिम लड़कियां आयीं आगे