पटना / नयी दिल्ली : जदयू के शरद यादव गुट ने नीतीश कुमार गुट के ‘असंवैधानिक कृत्यों’ के खिलाफ उचित कार्रवाई की धमकी सोमवार को दी. नीतीश कुमार गुट ने रविवार को कहा था कि शरद यादव ने लालू प्रसाद की रैली में हिस्सा लेकर ‘पार्टी विरोधी गतिविधियां’ की हैं. पार्टी महासचिव के पद से हटाये गये जावेद रजा ने नीतीश गुट की उन दलीलों को खारिज कर दिया कि लालू की रैली में यादव का हिस्सा लेना जदयू की सदस्यता छोड़ने के समान है.
उन्होंने कहा कि शरद यादव गुट ही ‘असली जदयू’ है और उसने इस बात का दावा करने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है कि पार्टी के ज्यादातर कार्यकर्ता उसके साथ हैं. इसलिए पार्टी का चुनाव चिह्न उन्हें आवंटित किया जाना चाहिए. रजा ने एक वक्तव्य में कहा, ”मैं जोरदार तरीके से इस बात का खंडन करता हूं कि उन्होंने (यादव ने) कोई पार्टी विरोधी गतिविधि की है और ये आरोप बिल्कुल गलत और निराधार हैं. यह ‘उल्टा चोर कोतवाल डांटे’ वाला मामला है.”
पटना में राजद की रैली में शरद यादव की रविवार की भागीदारी को सही ठहराने के लिए उन्होंने पार्टी के पहले के फैसलों का हवाला दिया. इस रैली में कई विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया था. यादव के करीबी सहयोगी रजा का बयान पार्टी के महासचिव केसी त्यागी के रविवार को लगाये गये आरोपों का जवाब है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पटना में लालू प्रसाद की रैली में हिस्सा लेकर यादव ने पार्टी विरोधी गतिविधियां की हैं.