पटना/कोलकाता/गुवाहाटी/लखनऊ: बिहार में बाढ़ से शुक्रवार को और 39 लोगों की मौत होने के साथ स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. दूसरी ओर, बाढ़ग्रस्त उत्तर प्रदेश में प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मशक्कत करती रही. बिहार में बाढ़ से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 418 पहुंच गयी है. राज्य के 19 जिलों में 1.67 करोड़ लोग बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं.
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वहीं, असम और पश्चिम बंगाल में बाढ़ प्रभावित इलाकों में जल स्तर घटने से स्थिति में सुधार आया है. बाढ़ से अब तक पश्चिम बंगाल में 90, असम में 156 और उत्तर प्रदेश में 72 लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में स्थिति गंभीर बनी हुई है. 25 जिलों में 3,000 से ज्यादा गांवों में 24 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. 57,000 से ज्यादा लोगों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है. पूर्वी और तराई के क्षेत्रों में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
उत्तर बंगाल में जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरदुआर, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और माल्दा में स्थिति में सुधार हुआ है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्थिति दिन प्रतिदिन सुधर रही है. अभी तक भारी बारिश नहीं हुई है. असम में ब्रह्मपुत्र और उसकी कई सहायक नदियों में जल स्तर खतरे के निशान से नीचे है, जिससे स्थिति में सुधार हुआ है. हालांकि, राज्य के सात जिले अब भी जलमग्न हैं. लोगों ने घर लौटना शुरू कर दिया है. हालांकि, लखीमपुर, मोरीगांव, चिरांग और नगांव जिलों में 25,253 लोग 62 राहत शिविरों में हैं.