पटना : मरीजों को मिलने वाली नि:शुल्क दवाएं प्राइवेट दुकानें पर मिल रही है, बिहार सरकारी दवा कैसे पहुंच रही प्राइवेट दुकानें पर इस समझ से परे है. इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब औषधि विभाग की टीम बिहारी साव लेन गली में संचालित हो रही आदित्य फॉर्मा दवा एजेंसी में छापेमारी करने पहुंची. छापेमारी के दौरान आस पास के दुकानों में हड़कंप मच गया. मजे की बात तो यह है कि आदित्य फॉर्मा दवा एजेंसी में भारी मात्रा में सरकारी दवाएं मिली. इनमें अधिकांश दवाएं एंटीबायोटिक हैं. एमोक्सीसिलिन कैप्सूल आइपी 500 मिलीग्राम सबसे अधिक पायी गयी हैं. इन दवाओं को विभाग की टीम ने जब्त कर लिया है. यह छापेमारी औषधि विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर सच्चितानंद विक्रांत के नेतृत्व में किया गया.
जेल में मालिक, दुकान चला रहा कोई और
पिछले महीने औषधि विभाग की छापेमारी में आदित्य फॉर्मा के मालिक रविशंकर गलत तरीके से दवा बेचने के आरोप में अरेस्ट किया जा चुका है. फिलहाल रविशंकर जेल में बंद चल रहा है. मजे की बात तो यह है कि रविशंकर के नाम से दुकान का लाइसेंस है बावजूद दुकान को कोई दूसरा चला रहा है. ऐसे में औषधि विभाग कार्रवाई करने जा रही है. इसके आरोप में तीन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जायेगी. साथ ही सरकारी दवा कैसे प्राइवेट दुकान पर पहुंची संबंधित लोगों से पूछताछ की जायेगी, इसके बाद मामले का खुलासा होगा.