पटना: नवंबर माह को लंग्स कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है. इस उपलक्ष्य में सवेरा कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक व वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. वी. पी. सिंह ने कहा कि फेफड़ों का कैंसर आज तेजी से बढ़ता हुआ कैंसर है, लेकिन शुरुआती अवस्था में इसकी पहचान हो जाने पर मरीज के स्वस्थ होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.
तंबाकू और सिगरेट का सेवन लंग कैंसर का प्रमुख कारण: डॉ. वी. पी. सिंह
डॉ. वी. पी. सिंह ने आगे कहा कि लंग्स कैंसर के प्रमुख कारणों में तंबाकू और सिगरेट का सेवन, प्रदूषण, घर या कार्यस्थल पर धुआं, आनुवंशिक कारण और लंबे समय तक दूषित हवा के संपर्क में रहना शामिल है. डॉ. सिंह ने लोगों से अपील की अगर लगातार खांसी, खून वाली खांसी, सांस फूलना, सीने में दर्द, वजन कम होना और थकान जैसे लक्षण दिखाई दे तो इसे नजरअंदाज नहीं करें. तंबाकू से दूर रहें, प्रदूषण से बचाव के उपाय अपनाएं और किसी भी संदिग्ध लक्षण पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें.
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कैंसर का शुरुआती चरण में पता लगाना संभव: डॉ. वी. पी. सिंह
सवेरा कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ सिंह ने बताया कि आज के समय में लो-डोज सीटी स्कैन, पीईटी स्कैन, और आधुनिक बायोप्सी तकनीकों के माध्यम से लंग कैंसर का शुरुआती चरण में पता लगाना संभव हो गया है. वहीं, टार्गेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और उन्नत सर्जिकल तकनीकों ने इलाज को और प्रभावी बनाया है.

