पटना: सत्यदेव सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल राज्य का उन्नत यूरोलॉजी उपचार का केंद्र बन चुका है, जहां 1 महीने के नवजात से लेकर 95 साल के बुजुर्ग की सफल सर्जरी की जा रही है. अत्याधुनिक तकनीक और अनुभवी चिकित्सकों की टीम के सहयोग से हॉस्पिटल में जटिल से जटिलतम ऑपरेशन किया जा रहा है. हाल ही में किडनी संबंधित 3 ऑपरेशन किए गए हैं. सभी मरीज स्वस्थ हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
सारण के नवजातो की दाईं किडनी में थी सूजन
सारण जिले के तकिया गांव के रहने वाले 1 महीने के शिशु रोहन (बदला हुआ नाम) को पेशाब करने में कठिनाई हो रही थी. जांच में पता चला कि उसकी दाईं किडनी में सूजन है. वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. कुमार राजेश रंजन ने पर्क्यूटेनियस नेफ्रोस्टॉमी (PCN) प्रक्रिया के तहत किडनी में पाइप लगाकर बच्चे को तत्काल राहत दिलाई. इसी तरह 1 साल के सूरज (बदला हुआ नाम) की पेशाब की नली में रुकावट थी. डॉक्टरों ने सावधानीपूर्वक पाइप लगाकर रुकावट को दूर किया.
95 साल के बुजुर्ग को थी प्रोस्टेट ग्लैंड की समस्या
पटना के 95 वर्षीय बुजुर्ग लंबे समय से बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्लैंड की समस्या से जूझ रहे थे. पेशाब रुकने और दर्द की शिकायत के चलते मामला अत्यंत गंभीर था. डॉ. रंजन और उनकी टीम ने करीब डेढ़ घंटे चली इस सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा किया.

सर्जिकल हस्तक्षेप से सुरक्षित इलाज संभव: डॉ. कुमार राजेश रंजन
अस्पताल की इस उपलब्धि के बारे में बात करते हुए अस्पताल के निदेशक डॉ. कुमार राजेश रंजन ने कहा कि “समय पर पहचान और सही सर्जिकल हस्तक्षेप से हर उम्र के मरीज का सुरक्षित इलाज संभव है.”
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