हिसुआ. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तत्वावधान में हिसुआ बाल विकास परियोजना के तहत चले रहे प्रखंड की आंगनबाड़ी सेविकाओं के तीन दिवसीय ””पोषण भी, पढ़ाई भी”” का समापन सोमवार को हो गया. शुक्रवार को हिसुआ-नवादा रोड टीएस कॉलेज के समीप स्थित किशोर मैरेज हॉल में प्रशिक्षण की शुरुआत हुई थी. इसमें ग्रामीण और नगर क्षेत्र की लगभग सभी सेविकाओं ने हिस्सा लिया. प्रशिक्षण में सेविकाओं को बच्चों के प्रारंभिक पोषण व पढ़ाई बेहतर तरीके से करने के लिए दक्ष किया गया. उन्हें कई बिंदुओं पर बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास बढ़ाने के गुर सीखाये गये. बच्चों में किस तरह उन्हें सीखने व समझने की क्षमता को मजबूत किया जाए. इसके विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी गयी. जन्म से लेकर तीन सालों तक नवचेतना और 03 से 06 वर्षों तक खेल-खेल में प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षा के लिए आधारशिला अर्थात आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना था. सीडीपीओ इंदु कुमारी के नेतृत्व में प्रशिक्षण एलएस पूनम कुमारी, राजलक्ष्मी रानी, प्रिंयका कुमारी, सबा परवीन, बीसी नीरज कुमार ने प्रशिक्षण दिया. सीडीपीओ इंदु कुमारी ने बताया कि प्रशिक्षण में बच्चों को प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा प्रदान करना, बच्चों में कुपोषण का प्रबंधन करना, आहार दिशा निर्देश और विकास की निगरानी आदि करना था. सेविकाओं को नवचेतना, आधारशिला, पोषण, स्वच्छता, उनके शारीरिक व बौद्धिक विकास की निगरानी आदि पर प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण शिविर में जिला और संस्था के प्रतिनिधि प्रशिक्षकों ने भी पहुंचकर जानकारी दी.
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