पत्नी ने बरामदगी के लिए पुलिस से लगायी गुहार प्रतिनिधि, नवादा सदर. नवादा का यह मामला किसी फिल्मी सस्पेंस से कम नहीं है, जहां बेहतर इलाज के लिए रेफर एक घायल मरीज अस्पताल पहुंचा, रात में भर्ती हुआ और अगली सुबह बिना किसी निशान के गुम! अब सवाल उठता है कि क्या अस्पताल में मरीज गायब भी हो जाते हैं. कौआकोल थाना क्षेत्र के छबैल गांव निवासी मीना देवी ने नगर थाना नवादा में जो आवेदन दिया है, वो जितना सीधा दिखता है, वह उतना ही पेचीदा है. मीना देवी का कहना है कि आठ अक्तूबर की रात उनके पति श्रवण मांझी सड़क दुर्घटना में बुरी तरह जख्मी हुए थे. कौआकोल पीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रात नौ बजे सदर अस्पताल नवादा में भर्ती कराया गया. लेकिन, वह अगले दिन जब सुबह अस्पताल पहुंचीं, तो न बेड पर मरीज था, न डॉक्टरों या कर्मियों के पास कोई जवाब. इस दौरान पूरा वार्ड खामोश रहा. लेकिन, सवाल गूंजता रहा कि मेरा पति कहां गया?. काफी खोजबीन के बाद भी जब कोई सुराग नहीं मिला, तो मीना देवी थक-हारकर रविवार को नगर थाना पहुंचीं और गायब पति की बरामदगी की गुहार लगायी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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