कोनिया पर मुहल्ले में वर्षों से जर्जर पड़ा है सामुदायिक भवन
प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय
नगर थाना क्षेत्र स्थित कोनिया पर मुहल्ले में मंगलवार को जर्जर सामुदायिक भवन की छत भरभरा कर गिर गयी. इस हादसे में एक ग्रामीण रामलगन मांझी की जान चली गयी. वे अपनी मासूम पोती को मौत के मुंह से बचाने की कोशिश में खुद मलबे के नीचे दब गये. जानकारी के अनुसार, भजू मांझी के पुत्र रामलगन मांझी की पोती भवन के समीप खेल रही थी. तभी अचानक पुरानी छत दरक कर गिरने लगी. जिसे देख रामलगन मांझी दौड़े और अपनी पोती को सुरक्षित बाहर खींच लिया. पोती तो बच गयी, लेकिन स्वयं मलबे के नीचे दबकर वो गंभीर रूप से जख्मी हो गये. हादसे की सूचना मिलते ही नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अविनाश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. स्थानीय ग्रामीणों की मदद से मलबा हटाकर घायल रामलगन मांझी को निकालकर तुरंत सदर अस्पताल भेजा गया. लेकिन, चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. यह खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया. ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर भवन लंबे समय से खतरा बना हुआ था, लेकिन इसकी मरम्मत या तोड़ने की दिशा में कभी कोई ठोस पहल नहीं की गयी. वहीं नगर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. वहीं पूरे कोनिया पर मुहल्ले में शोक की लहर दौड़ गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

