तेजस्वी की ड्राइविंग पर उठे सवाल, सुरक्षा घेरे में ही सुरक्षाकर्मी जख्मी प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा मंगलवार को अचानक सुर्खियों में आ गयी, जब काफिले की एक गाड़ी की चपेट में आकर एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गया. खास बात यह रही कि जिस गाड़ी पर राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य सवार थे, उसकी स्टेरिंग तेजस्वी यादव के हाथों में थी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गाड़ी को नियंत्रित करते समय तेजस्वी अनजाने में पुलिसकर्मी के बेहद करीब पहुंच गये और उसी दौरान अगला पहिया सुरक्षाकर्मी के पैर पर चढ़ गया. जख्मी पुलिसकर्मी की पहचान सदर एसडीपीओ हुलास कुमार के अंगरक्षक सिपाही महेश कुमार के रूप में हुई है. इस हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. घायल सिपाही को तत्काल सदर अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति नाजुक देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए धर्मशिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. फिलहाल वह वहीं इलाजरत हैं. यह घटना न केवल प्रशासनिक सतर्कता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है, बल्कि विपक्षी दलों की इस हाइ-प्रोफाइल यात्रा को भी राजनीतिक विवाद के घेरे में ला खड़ा करती है. सत्ता पक्ष जहां इस घटना को तेजस्वी की लापरवाही बताकर सियासी हमला बोल रहा है, तो विपक्ष इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना बताकर टालने की कोशिश में है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल और तेजस्वी की इस साझा यात्रा का मकसद भले ही जनता के बीच लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई को मजबूत करना था, लेकिन बीच सफर में हुई यह दुर्घटना अब यात्रा की दिशा और सियासी मंसूबों दोनों पर सवाल खड़े कर रही है. अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि घायल सिपाही की स्थिति में सुधार होती है या नहीं और राजनीतिक दल इस घटनाक्रम को आने वाले दिनों में किस तरह भुनाते हैं.
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