गरमी शुरू होने के साथ ही जिले में बिजली की आंख मिचौनी शुरू हो गयी है. सप्लाइ में तकनीकी खराबी के कारण जहां बिजली आपूर्ति बाधित होती है, वहीं पावर ग्रीड में विद्युत उपलब्धता कम रहने के कारण जिले को आधी बिजली भी नहीं मिल पा रही है. जिले में 65 मेगावाट की खपत है. जबकि, आपूर्ति केवल 30 मेगावाट हो रही है.
नवादा (नगर) : गरमी प्रवेश करने के साथ ही बिजली की समस्या शुरू हो गयी है. पिछले एक सप्ताह से लगातार तकनीकी खराबी के नाम पर घंटों बिजली काटी जा रही है. शुक्रवार से जिले को लोड ही कम मिल रहा है. पावर जेनरेशन हाउस में आयी खराबी के कारण जिले में विद्युत आपूर्ति आधी से भी कम रह रही है.
यही कारण है कि बार-बार लोड शेडिंग कर जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपलब्ध करायी जा रही है. शुक्रवार को लगभग 12 घंटे से अधिक बिजली आपूर्ति ठप रही. बाद में बड़ी मुश्किलों के बाद विद्युत आपूर्ति शुरू हुई. तकनीकी खराबी व कम उपलब्धता के कारण जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी है. जिले में बने पावर ग्रीड में 170 मेगावाट बिजली संग्रहण की क्षमता है. लेकिन, शेडिंग के आधार पर केवल 30 मेगावाट बिजली उपलब्ध करायी जा रही है.
क्षमता का नहीं हो रहा उपयोग : पावर ग्रीड में 170 मेगावाट पावर संग्रहण करने की क्षमता वाले पावर ट्रांसफॉर्मर लगाये गये है. 50-50 एंपियर के तीन पावर ट्रांसफॉर्मर व एक 20 एंपियर के पावर ट्रांसफॉर्मर पावर ग्रीड में काम कर रहे हैं. जिला में यदि पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध करायी जाये, तो इसका वितरण बेहतर तरीके से संभव हो पायेगा.
बार-बार तकनीकी खराबी से आपूर्ति होती बाधित : जर्जर तारों व ट्रांसफॉर्मर पर अधिक लोड के कारण आपूर्ति में अक्सर टेक्निकल प्रॉब्लम आते रहते हैं. तारों में आयी खराबी के कारण कई बार तार टूट कर गिरने की घटनाएं भी हो चुकी है.
पुरानी तारों के कारण दुर्घटना का डर हमेशा बना रहता है. पिछले दो-तीन पहले ही नारदीगंज में तार टूट कर गिर जाने से कई एकड़ में लगी फसल जल कर राख हो गयी थी. नगर थाना के पास ट्रांसफॉर्मर में खराबी के कारण घंटों नगर में बिजली आपूर्ति बाधित रही. तकनीकी खराबी विद्युत आपूर्ति में सबसे बड़ी बाधा है.