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ठंड ने में बढ़ी गरीबों की मुश्किलें

ठंड ने में बढ़ी गरीबों की मुश्किलें जिले में नहीं हुुई अलाव जलवाने की व्यवस्था शहर में सात स्थानों पर होती है अलाव की व्यवस्था नगर पर्षद ने पिछले वर्ष खर्च किये थे 22 हजार रुपये आपदा प्रबंधन ने अबतक जारी नहीं किये रुपयेफोटो-8, 9 प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयइस वर्ष विलंब से ठंड गिरने का सबसे […]

ठंड ने में बढ़ी गरीबों की मुश्किलें जिले में नहीं हुुई अलाव जलवाने की व्यवस्था शहर में सात स्थानों पर होती है अलाव की व्यवस्था नगर पर्षद ने पिछले वर्ष खर्च किये थे 22 हजार रुपये आपदा प्रबंधन ने अबतक जारी नहीं किये रुपयेफोटो-8, 9 प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयइस वर्ष विलंब से ठंड गिरने का सबसे ज्यादा असर साधन विहीन लोगों पर देखने को मिल रहा है. जैसे-जैसे पारा गिर रहा है वैसे-वैसे लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. सुबह-सुबह बच्चों को स्कूल जाने की तैयारी के साथ ही बुजुर्गों को भी होनेवाली दिक्कतों का असर साफ दिख रहा है. तापमान गिरने के बाद भी जिला प्रशासन की ओर से मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों में अब तक अलाव जलवाने की व्यवस्था नहीं हुई है. इसके कारण साधन विहीन लोग ठंड व कुहासे में ठिठुरने को मजबूर हैं. बस पड़ाव हो या रेलवे स्टेशन सभी जगहों पर लोग किसी तरह ठंड का मुकाबला कर रहे हैं. पिछले वर्ष नवंबर में ही आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सभी प्रखंडों में अलाव जलवाने की व्यवस्था करने के लिए रुपये उपलब्ध करा दिये गये थे. परंतु, इस वर्ष आधा दिसंबर बीत गया, लेकिन अलाव की व्यवस्था नहीं हुई है. आपदा प्रबंधन को मिले 50 हजार रुपयेप्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, आपदा प्रबंधन विभाग में ठंड से बचाव के लिए अलाव को लेकर 50 हजार रुपये मिले हैं. दो-चार दिनों में सभी प्रखंडों में तीन-तीन हजार रुपये भेज दिये जायेंगे. बढ़ती आबादी के बाद भी एक प्रखंड के लिए मात्र तीन हजार रुपये ऊंट के मुंह में जीरा के फोरन के समान होगा. जिला मुख्यालय में गत वर्ष आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मात्र ढाई हजार रुपये नगर पर्षद को उपलब्ध कराये गये थे. नगर पर्षद ने पिछले वर्ष खर्च किये थे 22 हजार रुपये नगर पर्षद की तरफ से पिछले वर्ष शहर के कई स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गयी थी. इसमें 22 हजार रुपये खर्च आये थे. प्रशासन की ओर से विभिन्न चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की जाती है. परंतु, वैसे स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं हो पाती है, जहां साधन विहीन लोग को इसकी जरूरत है. कई ऐसे स्लम एरिया व दलितों की बस्ती है, जहां ठंड में अलाव की जरूरत महसूस होती है. नगर पर्षद की ओर से इस वर्ष स्लम एरिया में भी अलाव जलाने की तैयारी की जा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से यह निर्देश मिला है कि जिले में पारा सात डिग्री से नीचे जाने पर ही प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था की जाये. चौक-चौराहों पर होगी व्यवस्था पिछले साल की तरह इस साल भी शहर के चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की जायेगी. आपदा प्रबंधन से प्राप्त रुपये के अलावा नगर पर्षद अपने नगर निधि फंड से अलाव की व्यवस्था करती है. इस वर्ष कई स्लम बस्तियों में भी अलाव की व्यवस्था की जायेगी.कृष्ण मुरारी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद

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