नवादा : विकलांग बच्चे भी अब स्वस्थ बच्चों का मुकाबला करने में सक्षम होंगे. समावेशी शिक्षा के तहत नि:शक्त बच्चों को 180 दिनों का आवासीय प्रशिक्षण दिया जायेगा. सुनने की समस्या से पीड़ित बच्चों को वारिसलीगंज प्रखंड में व दृष्टि विहीन बच्चों को हिसुआ प्रखंड में प्रशिक्षित करना तय किया गया है.
श्रवण नि:शक्त बच्चों के लिए उत्क्रमित मध्य विद्यालय, शेरपुर, वारिसलीगंज में 180 दिनों के आवासीय प्रशिक्षण की शुरुआत 14 तारीख को होगी. वहीं, मध्य विद्यालय, हिसुआ डीह में दृष्टि नि:शक्त बच्चों के प्रशिक्षण की शुरुआत 15 जून को होगी.
विशेष प्रशिक्षण की होगी व्यवस्था
विशेषज्ञ स्वयं सेवक शिक्षकों के द्वारा जरूरतमंद बच्चों को प्रशिक्षित किया जायेगा. बच्चों को अक्षर शब्द ज्ञान के अलावा आत्म निर्भर बनाने के लिए हुनरमंद शिक्षा भी दी जायेगी. कुंठा को छोड़ कर बच्च आत्म विश्वास से काम करें इसके लिए काउंसिलिंग भी होगी.
रहने व खाने की होगी व्यवस्था
प्रशिक्षण स्थल पर प्रशिक्षक व नि:शक्त बच्चों के लिए व्यवस्था की जायेगी. इसके लिए रसोइया व गार्ड की नियुक्ति की जानी है. 180 दिनों यानी छह माह में नि:शक्त बच्चों को आत्म निर्भर बनाना है.
जिला भर में कार्यरत संसाधन शिक्षक व पुनर्वास विशेषज्ञ द्वारा चयनित बच्चों को इन दो केंद्रों पर प्रशिक्षित दिया जाना है. एक केंद्र पर 50 बच्चों को शिक्षित करने की व्यवस्था होगी. दैनिक कार्य के अलावा व्यावहारिक कार्यो में बच्चों को प्रशिक्षण मिलना है.
तीन केंद्रों का होगा संचालन
समावेशी शिक्षा अंतर्गत जिले में तीन 180 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शुरू किया जाना है.
14 तारीख को वारिसलीगंज व 15 तारीख को हिसुआ में केंद्र शुरू होगा. तीसरा केंद्र सदर प्रखंड में सचालित होगा. इसकी तिथि अभी तय नहीं की गयी है.