Advertisement
नवादा : रुपये देने पर आजादी नहीं दिये, तो जेल
शराब व शराबियों के खिलाफ चल रहे अभियान में पैसे का खेल नवादा : शराबबंदी के ढाई साल बीत चुके हैं फिर भी माफियाओं का साम्राज्य कायम है, इस बात का खुलासा बुधवार को उस समय हुआ जब झारखंड-बिहार के बाॅर्डर पर रजौली के पास माफियाओं को रुपये लेकर छोड़े जाने तथा निर्दोषों को गिरफ्तार […]
शराब व शराबियों के खिलाफ चल रहे अभियान में पैसे का खेल
नवादा : शराबबंदी के ढाई साल बीत चुके हैं फिर भी माफियाओं का साम्राज्य कायम है, इस बात का खुलासा बुधवार को उस समय हुआ जब झारखंड-बिहार के बाॅर्डर पर रजौली के पास माफियाओं को रुपये लेकर छोड़े जाने तथा निर्दोषों को गिरफ्तार किया गया.
उत्पाद नियमों की बात कही जाये, तो यात्री बस से शराब धंधेबाज शराब के साथ पकड़ाता है, तो उसे शराब के साथ गिरफ्तार किया जाना है. लेकिन, बुधवार को इस नियम का ख्याल नहीं करते हुए उत्पाद पुलिस ने एक बस चालक को गिरफ्तार कर लिया और बस को जब्त कर लिया. टाटा से पटना चलनेवाली पप्पू लक्जरी बस के चालक जितेंद्र राय ने इस बात का खुलासा किया,तो लोग सकते में आ गये़ उसे छोड़ने के लिये बाॅर्डर पर तैनात सिपाही रविनेश कुमार ने 50 हजार में सौदा किया.
इस पर चालक ने रुपये पास में नहीं रहने की बात कह कर पटना से मंगाने की बात कही. चालक का घर वैशाली जिले के राघोपुर दियारा है, जहां से फतुहा के रास्ते रुपये मंगाने की बात कही गयी. चालक के पिता रामकृपाल राय को पटना में रुपये लेने वाले एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर दिया गया. पटना में रुपये लेने पहुंचे सिपाही रविनेश के सहयोगी को 50 हजार के जगह 40 हजार भुगतान किये जाने की बात कही. इस पर बात नहीं बनी और फिर दो घंटे बाद चालक के पिता को 40 हजार रुपये लौटा दिये जाते हैं.
इसका खुलासा उत्पाद इंस्पेक्टर विनोद कुमार खलीफा के समक्ष हुआ. उन्होंने पूछताछ में आयी बातों पर कहा कि जब बस पर धंधेबाज व शराब दोनों पकड़े गये तो फिर चालक को गिरफ्तार करने का सवाल नहीं होता है. फिलवक्त कोर्ट में जाने के बाद इस पर जांच की जायेगी. दोषी पाये जाने पर सिपाही पर कार्रवाई की जायेगी.
विभाग इसके लिये जांच में जुट गया है. हालांकि चालक को जेल भेजे जाने की तैयारी किये जाने की बात कही गयी. वहीं दूसरी ओर एक युवक की सीट के नीचे से बरामद तीन बोतल शराब को पुलिस ने यह कह कर गिरफ्तार कर लिया कि तुम्हारा ही शराब है. विरोध करने पर सिपाही ने झाड़ू से पिटाई भी की. यह बात पूछताछ के दौरान सामने आयी.
गौरतलब हो कि इन दिनों बिहार झारखंड सीमा पर आये दिन शराब का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है. यही वजह है कि सीमा पार कर लोग शराब पटना तक लेकर पहुंच रहे हैं. इसमें यह बात सामने आया कि कहीं न कहीं सीमा पर जांच करने वाले उत्पाद सिपाही मोटी रकम लेकर शराब माफियाओं को छूट दे रहे हैं जो जांच का विषय बन गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement