सुबह से ही बंद रहीं शहर की दुकानें
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दूसरे दिन भी नहीं खुलीं दुकानें 123 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी
सुबह से ही बंद रहीं शहर की दुकानें बजरंग दल के जितेंद्र प्रताप को िरहा करने की मांग नवादा : मंगलवार को बजरंग दल के जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू की गिरफ्तारी के बाद पूरे शहर में बाजार बंद करा कर प्रदर्शन किया गया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा बंद को लेकर किये गये उपद्रव […]
बजरंग दल के जितेंद्र प्रताप को िरहा करने की मांग
नवादा : मंगलवार को बजरंग दल के जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू की गिरफ्तारी के बाद पूरे शहर में बाजार बंद करा कर प्रदर्शन किया गया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा बंद को लेकर किये गये उपद्रव में पुलिस ने 23 लोगों को नामजद बनाया गया और 100 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाते हुए कांड संख्या 446/18 नगर थाने में दर्ज किया है. हालांकि, जितेंद्र प्रताप जीतू के समर्थन में बुधवार को भी शहर की दुकानों को लोगों ने स्वेच्छा से बंद रखा. लेकिन, पुलिस की सक्रियता उन कार्यकर्ताओं के लिए महंगी साबित हुई, जो बंद के दौरान सड़कों पर तिरंगा लहराते हुए नारेबाजी कर रहे थे.
मंगलवार की शाम मशाल जुलूस निकाल कर बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को बंद का आह्वान किया था. लेकिन, बंद करानेवालों की गतिविधियां प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे में कैद कीं. बुधवार को हुई प्राथमिकी में नगर थाने के इंस्पेक्टर अंजनी कुमार सूचक बने हैं. इसमें उन्होंने दर्शाया है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रव करनेवालों को चिह्नित कर अभियुक्त बनाया गया है. सुबह से शहर के हर इलाके का दौरा करते हुए डीएम और एसपी लोगों से दुकानों को खोलने की अपील करते रहे. लेकिन, शाम के बाद ही थोड़ी बहुत दुकानें खुल सकीं.
चौक-चौराहे पर मजिस्ट्रेट और जवानों की तैनाती
बुधवार को जेल भेजे गये बजरंग दल के जिला संयोजक की रिहाई को लेकर दो दिनों तक शहर को अस्त-व्यस्त किये जाने के बाद चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती कर दी गयी है. हर चौक-चौराहे पर विशेष पुलिस बलों के साथ दंडाधिकारियों की तैनाती की गयी है. एसपी हरि प्रसाथ एस के निर्देश पर पुलिस गश्ती को भी तेज कर दिया गया है. नगर के पार नवादा और गोंदापुर से सटे बाबा के ढाबा में विशेष पुलिस की तैनाती की गयी है. स्वाट दस्ता को गश्ती में लगाया गया है. दिन भर आम नागरिकों को सुरक्षा देने के लिए सुरक्षा व्यवस्था में जुटी पुलिस के साथ- साथ एसपी और डीएम सहित कई आलाधिकारी शामिल थे.
बंद कराने निकले 23 लोग नामजद
जितेंद्र प्रताप जीतू की रिहाई के समर्थन में बंद करानेवाले समर्थकों के ऊपर नगर थाने में उपद्रव मचाने को लेकर 23 लोगों को नामजद किया गया है. प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, इसमें विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री कैलाश विश्वकर्मा, कारू मोहरी,रूपक कुमार, सोहन बरनवाल, बजरंग दल के जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप उर्फ जीतू के भाई, बिट्टू कुमार, विनय भाई ठाकरे, जीतू कुमार, कुमार गौरव, अरविंद्र कुमार साव, किशोरी यादव, मीता राम यादव, अभिषेक राजा, दारा यादव, राजीव नयन, संदीप कुमार, अजय कुमार, दीनू कुमार, पवन प्रकाश चक्रवर्ती, शशिकांत, राणा, जितेंद्र कुमार वर्मा तथा सोहित कुमार शामिल हैं.
जिले में उपद्रवों की लंबी फेहरिस्त
रामनवमी में पोस्टर फाड़ने से शुरू हुआ हंगामा
रामनवमी की तैयारी में सभी लोग जुटे थे. रामनवमी के ठीक एक दिन पूर्व चार अप्रैल को असामाजिक तत्वों ने सड़कों पर लगे भगवान राम के पोस्टर को फाड़ दिया. इस घटना को लेकर लोग उग्र हो गये. इसी मामले में सद्भावना चौक पर जम कर उपद्रव किया गया. इसमें नगर थाना कांड संख्या 196/17 दर्ज कर 37 लोगों को नामजद बनाया गया था. इसमें कई अज्ञात लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया. इस मामले को लेकर शहर में गोलीबारी और बमबारी भी की गयी थी. दो समुदाय आपस में इस कदर भिड़ गये कि जगह-जगह आगजनी जैसी घटनाएं हो गयीं. इसी से जुड़े अलग-अलग तीन और प्राथमिकियां दर्ज की गयीं थीं. इस मामले को लेकर बजरंग दल के जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू का भी नाम प्राथमिकी में जोड़ दिया गया था. इसी मामले को लेकर मंगलवार को जितेंद्र प्रताप जीतू की गिरफ्तारी की गयी़ इसके बाद दो दिनों तक पूरा शहर बंद रहा. इन मामलों के अलावा जिले के अकबरपुर, मरूई, धमौल सहित कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा अक्सर होती रही है.
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