बिहारशरीफ : जिला न्यायालय के पाक्सो स्पेशल प्रथम एडीजे शशि भूषण प्रसाद सिंह के कोर्ट में नाबालिग छात्रा दुष्कर्म कांड में चल रही बचाव पक्ष गवाहों की सूची लंबी होती जा रही है. अब तक आरोपित राजबल्लभ पक्ष से बचाव पक्ष के 12 गवाहों का परीक्षण हो चुका है. 12वें गवाह दिनेश मंजर अकेला के परीक्षण के साथ ही तीन अन्य सुरेंद्र पंडित, विनोद कुमार, राजेश कुमार को समन करने की अर्जी आरोपित राजबल्लभ ने कोर्ट को सौंपी. अभियाजन पक्ष पीड़ित अधिवक्ता जितेंद्र कुमार तथा स्पेशल पीपी कैसर इमाम ने इस प्रकार से बार बार समन देकर गवाहों की सूची बढ़ाने का विरोध किया.
इसे समय की बरबादी करार देते हुए कोर्ट से समन को खारिज करने का अनुरोध किया. इसके लिए अनुच्छेद 233 का हलवा दिया. जिसके अनुसार बार-बार समन देकर गवाहों को लाना गलत है. इस पर आरोपित पक्ष अधिवक्ता वीरेन कुमार व कमलेश कुमार ने बचाव करते हुए कहा कि केस तो अभी खुला है. उचित न्याय के लिए ऐसा करना किसी भी अनुच्छेद का उल्लंघन नहीं है. जबकि बंद होने पर आवश्यकता पड़ने पर ऐसा करने का मौका दिया जा सकता है.
कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद एक अंतिम बार सभी परीक्षण किये जाने वाले गवाहों को सूची सौंपने का आरोपित पक्ष को मौका दिया है. आरोपित राजबल्लभ पक्ष से अधिवक्ता वीरेन कुमार व कमलेश कुमार ने 12वें बचाव गवाह दिनेश मंजर अकेला का परीक्षण किया. जिसने इसके दौरान मुख्य बातें यह बतायी कि वह 27 दिसंबर 2015 से शुरू हुए स्वच्छता नवादा अभियान में मजदूर समिति का सचिव था. राजबल्लभ उसके संरक्षक थे. इसके तहत शहर के 33 वार्ड की सफाई विधायक राजबल्लभ की देखरेख में जन सहयोग से हुई.
छह फरवरी 2016 को घटना के दिन प्रजातंत्र चौक नवादा में सफाई कार्यक्रम में निरीक्षण के दौरान रात डेढ़ बजे विधायक राजबल्लभ से मुलाकात हुई. अन्य वार्ड पार्षद भी मौजूद थे. अन्य सफाई कार्यक्रम में जाते हुए लगभग चार बजे सुबह अपने निवास चले गये. अभियोजन पक्ष से जितेंद्र कुमार अधिवक्ता के प्रतिपरीक्षण के दौरान सवालों का डट कर जवाब देते हुए वार्ड बार सफाई में लगे समय और जन सहयोग से एकत्र हुए राशि को भी बताया.
इस सवाल पर कि यह नगर पालिका का कार्य था तो जवाब दिया कि नगर पालिका अपने सामथ्य के अनुसार दिन में कार्य करती थी. जबकि यह कार्य स्वच्छ भारत अभियान के तहत रात में विधायक राजबल्लभ के संरक्षण में 13 फरवरी 2016 तक चला था. इसके पूर्व भंते जम्बुद्दीन, ललन मांझी, का परीक्षण किया गया था.