जिले में किसी न किसी क्षेत्र में आये दिन कालाजार के मरीज मिल रहे हैं. इस साल अब तक जिले के पांच प्रखंडों में कालाजार के मरीजों की पहचान हो सकी है. आये दिन इसके मरीज मिलने से जिला कालाजार व मलेरिया विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. इसकी रोकथाम के लिए विभाग के अधिकारी उपाय करने में लगे हैं.
आरएमआरआइ ,पटना में कराया गया इलाज
बिहारशरीफ : जिले के हिलसा प्रखंड क्षेत्र में कालाजार के एक नया मरीज मिला है. इस तरह जिले में कालाजार के मरीजों की संख्या बढ़ कर 13 हो गयी है. जिले में किसी न किसी क्षेत्र में आये दिन कालाजार के मरीज मिल रहे हैं. इस साल अब तक जिले के पांच प्रखंडों में कालाजार के मरीजों की पहचान हो सकी है.
आये दिन इसके मरीज मिलने से जिला कालाजार व मलेरिया विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. इसकी रोकथाम के लिए विभाग के अधिकारी उपाय करने में लगे हैं. जहां-जहां मरीज प्रतिवेदित हो रहे हैं. उस क्षेत्र में छिड़काव कराया जा रहा है.
योगीपुर में कालाजार के नये मरीज की हुई पहचान
जिले के हिलसा प्रखंड क्षेत्र के योगीपुर बाजार में कालाजार के नये मरीज की पहचान हुई है. पीड़ित बच्ची आरती का इलाज परिजनों ने आरएमआरआइ,पटना में जाकर कराया.आरएमआरआइ,पटना द्वारा नये मरीज की सूचना जिला स्वास्थ्य विभाग को दी. इस तरह हिलसा प्रखंड में कालाजार के मरीजों की संख्या बढ़ कर अब तीन हो गयी. मालूम हो कि इससे पहले भी इस साल हिलसा प्रखंड क्षेत्र में कालाजार के दो मरीज पाये गये थे. पूर्व में महदीपुर व धरमपुर में मरीज मिले थे. उक्त संबंधित मरीजों का इलाज विभाग की ओर से किया जा चुका है. कालाजार के मरीज मिलने से जिला कालाजार विभाग की नींद उड़ी हुई है. विभाग के कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक इस पर रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने में लगे हैं.
पांच प्रखंडों में कालाजार का प्रकोप चरम पर: चालू वर्ष में अब तक कालाजार जिले के पांच प्रखंडों में अपना पैर पसार रखे हैं. जिन पांच प्रखंडों में मरीज मिले हैं उसमें से सबसे ज्यादा मरीज नगरनौसा प्रखंड में पहचान हुए हैं. अभी तक नगरनौसा,हिलसा,इस्लामपुर,कतरीसराय व सदर प्रखंड बिहारशरीफ में इस बीमारी के रोगी मिल चुके हैं.
इन प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी संबंधित क्षेत्रों पर अपनी पैनी नजर रखे हुए है. 13 मरीजों में 12 मरीज इलाज कराने के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. एक नये मरीज का इलाज पटना में किया गया.
एमबीसोम इंजेक्शन से कारगर इलाज
कालाजार के मरीजों को एक बहुत बड़ी राहत मिली है. पहले बीमारी ठीक होने के लिए मरीजों को मिल्टोफोसीन की कैप्सूल 28 दिनों तक खानी पड़ती थी.मरीज इसकी दवा उम्र के हिसाब डॉक्टरों के सलाह के मुताबिक सेवन करते थे. लेकिन अब इस बीमारी की नयी दवा इजाद होने के बाद मरीजों को सिर्फ एक इंजेक्शन लगाने से ही बीमारी से छुटकारा मिल जाता है.
अब एमबीसोम के एक इंजेक्शन लगाने मात्र से ही मरीज ठीक हो जाते हैं. इस नयी दवा से जिले के दो मरीजों का इलाज किया जा चुका है. एक कतरीसराय के मायापुर व दूसरा सदर प्रखंड बिहारशरीफ के रोगी को एमबीसोम के इंजेक्शन लगा कर इलाज किया गया है. उक्त दोनों मरीजों का इलाज सदर अस्पताल में ही पिछले दिनों किया गया. दोनों मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है.
मरीजों को मिलती है 7100 क्षतिपूर्ति राशि
चिहिंत होने वाले कालाजार के मरीजों को सरकार की ओर से क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध करायी जाती है. इस तरह इलाज के साथ-साथ उन्हें सरकार की ओर आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करायी जा रही है. कालाजार की जिला सलाहकार रीना कुमारी ने बताया किया प्रत्येक मरीज को 7100 रुपये विभाग की ओर से क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध करायी जाती है.
जिसमें से मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना के तहत 6600 एवं भारत सरकार की ओर से पांच सौ रुपये दिये जाते हैं. यह लाभ प्रत्येक लाभुक को विभाग के निमानुसार एक बार दिया जाता है. जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मनोरंजन कुमार ने बताया कि जिस क्षेत्र में नये मरीज की पहचान हुई है. वहां पर डीडीटी का छिड़काव करने का आदेश जिला मलेरिया विभाग के अधिकारी को दिया गया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
कालाजार के नये मरीजों का इलाज अब एमबीसोम इंजेक्शन के माध्यम से किया जा रहा है. यह बहुत ही कारगर दवा है. एक इंजेक्शन लगाने से ही बीमारी ठीक हो जाता है. यह इंजेक्शन जिले में पर्याप्त रूप से उपलब्ध है. जिले में अब तक दो मरीजों का इस इंजेक्शन से इलाज किया जा चुका है.
डॉ. सुबोध प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन,नालंदा