राजगीर : पाकिस्तान मूल्क के रहने वाले और बॉलीवुड में छाये हुए मशहूर गायक अदनान सामी ने जब ‘ओ मेरे महबूबा, तेरे बिना जीया जाये ना’ का मुखड़ा ज्यो ही छेड़ा, तो दर्शक उछल पड़े. जैसे-जैसे अदनान की तान छीड़ी दर्शक भी उनके तान मिला कर उछलने लगे. जब तब अदनान गाते रहे दर्शक झूमते रहे.
गाते रहे और साथ में ठुमके लगाते रहे. अदनान ने ऐसा समां बांधा कि ठंड भरी रात भी जवां हो गयी और राजगीर महोत्सव में आये दर्शक अमिट याद को लेकर वापस लौटे. इस सर्दी मौसम में अदनान के सुरों ने पंच पहाड़ियों के बीच बने इस भव्य पंडाल में दर्शकों के बीच मानों एक गरमाहट पैदा कर दी. दर्शक वन मोर, वन मोर कहते रहे और अदनान गाते रहे. जब अदनान अपने गाये हुए गाना ” ओएला-ओएला” शुरू की तो दर्शकों ने भी अपनी हद पार कर दी.
क्या बच्चे क्या महिलाएं सभी अपने आप थिरकने लगीं. करीब अदनान ने 45 मिनट तक आपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया. राजगीर महोत्सव में अदनान की गायकी की ऐसी रवानगी महोत्सव को यादगार बना दिया.
सीएम ने भी लिया सामी के गीतों का आनंद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं अदनान के गीतों को सुनते रहे और लफ्त उठाते रहे. वे भी अदनान के सूरों के कायल हो गये. आज अदनान के इस प्रफोरमेश से भारत और पाकिस्तान की दूरी मिटती नजर आयी. बीच -बीच में अदनान ने सिर्फ यहीं कहा गीतों की कोई सरहद नहीं होती. गीत तो वह है जो सरहद को भी एक कर दे.