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हरियाणा के इंजीनियरिंग कॉलेज से लौटे छात्र,खौफ

बिहारशरीफ : क्रूरता की हद पार हो गयी थी. बिहारी कह कर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया जाता था.गाली-गलौज व मारपीट तो आम बात हो गयी थी. रैगिंग के नाम पर पैसे वसूले जाते थे.कॉलेज प्रबंधन सिर्फ कार्रवाई का भरोसा दिला कर अपने संस्थान की बदनामी को होने से बचाने की फिराक में जुटा था. […]

बिहारशरीफ : क्रूरता की हद पार हो गयी थी. बिहारी कह कर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया जाता था.गाली-गलौज व मारपीट तो आम बात हो गयी थी. रैगिंग के नाम पर पैसे वसूले जाते थे.कॉलेज प्रबंधन सिर्फ कार्रवाई का भरोसा दिला कर अपने संस्थान की बदनामी को होने से बचाने की फिराक में जुटा था.
यह बानगी उन पांच इंजीनियरिंग छात्रों की है जो सोमवार को जैसे-तैसे हरियाणा के विलासपुर स्थित गणपति इंस्टीट्यूट टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज से जान बचा कर नालंदा अपने घर लौटे हैं.रहुई प्रखंड के कुबुबपुरा गांव निवासी रवि रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के शरारती छात्रों द्वारा आये दिन बिहार व झारखंड के छात्रों के साथ मारपीट करते थे.
कॉलेज कैंपस में ऐसे छात्र दारू पार्टी किया करते थे. उक्त कॉलेज में बिहार व झारखंड के करीब दो सौ छात्र दहशत के साये में वहां रह रहे थे. यहां के भराव पर निवासी धर्मराज ने बताया कि हम सभी छात्रों को कॉलेज से नहीं निकलने दिया जा रहा था. कॉलेज प्रबंधन सुरक्षा की दुहाई देकर घटना के बाद तीन दिनों तक कॉलेज में ही रखे हुए था. हरियाणा से लौट कर आशिप पुरी ने बताया कि अगर कॉलेज प्रबंधन लिखित तौर पर बिहार व छात्रों के सुरक्षा की गारंटी देता है तो ही हम सभी वापस उक्त कॉलेज में दुबारा जायेंगे. छात्रों ने बताया कि आगामी 17 दिसंबर से दस जनवरी तक कॉलेज में परीक्षा होनी है,ऐसे में बगैर सुरक्षा के कैसे हम लोग परीक्षा में शामिल हो पायेंगे.पिछले दिनों शरारती छात्रों द्वारा उक्त कॉलेज में बिहार व झारखंड के छात्रों के साथ मारपीट की थी.
कई छात्रों को बुरी तरह पीटा भी गया था.इस मामले में दस कॉलेज के छात्रों को नामजद आरोपित बनाते हुए कांड दर्ज कराया गया था.

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