बिहारशरीफ : सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना की जांच जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है. अनियमितता एवं मुखिया व वार्ड सदस्यों द्वारा राशि गबन का मामला उजागर होता जा रहा है. इस योजना की सच्चाई आम लोगों के सामने आती है तब लोग अचंभित हो जाते हैं.
इसी क्रम में बुधवार को सरमेरा प्रखंड की हुसेना पंचायत में नल जल योजना की जांच करने एक विशेष टीम पहुंची, जिसमें जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी हिलसा, कार्यपालक अभियंता एलएइओ हिलसा, बीडीओ सरमेरा, पंचायत राज पदाधिकारी सरमेरा सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे. जांच में काफी अनियमितता एवं सरकारी राशि का दुरुपयोग देखकर जांच टीम काफी दंग रह गयी.
सरमेरा प्रखंड के हुसेना पंचायत के वार्ड संख्या 4, 5, 6 एवं 12 में जिला पंचायत राज पदाधिकारी की जांच करने पहुंची, जिसमें वार्ड संख्या 12 में काफी अनियमितता पायी गयी. सात निश्चय योजना में भारी गड़बड़ी पायी गयी. योजना की राशि का दुरुपयोग किया गया है. वार्डों में नल जल योजना को पूर्ण किया जाना है लेकिन प्राप्त राशि से पहले गली नाली योजना ली गयी है जो कि गाइड लाइन से परे है. साथ ही नाली गली का निर्माण उचित मानक के साथ नहीं किया गया है.
इस योजना की खानापूर्ति की गयी है. इस योजना की राशि की बंदरबांट की गयी है. पंचायत से वार्ड में 12 लाख रुपये हस्तांतरित की गयी थी और मात्र 35 हजार रुपये शेष बचा हुआ दिखाया गया है. जांच टीम ने नल जल योजना में सिर्फ बोरिंग की हुई ही पाया. घरों में पानी नहीं पहुंचाया गया है जो काफी आश्चर्यजनक है.
जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो शोएब ने बताया कि हुसेना पंचायत की मुखिया डॉली कुमारी द्वारा योजना की राशि में भारी गोलमाल किया गया है. योजनाओं में भारी अनियमितता बरती गयी है. उन्होंने बताया कि राशि की हेराफेरी एवं योजनाओं में अनियमितता बरते जाने के आरोप में वार्ड संख्या 12 के वार्ड सदस्य पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
नल जल योजना व पक्की गली-नाली योजना की होगी जांच
बिहारशरीफ. जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने नगर निगम, बिहारशरीफ क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 11, 21, 31 एवं 41 में सभी नल जल योजना तथा पक्की गली नाली योजना की जांच का आदेश दिया है.
इन वार्डों में योजनाओं की जांच के लिए जांच दल गठित की जा रही है. जांच दल द्वारा शनिवार को संबंधित वार्डों में विभिन्न योजनाओं की जांच की जायेगी. जांच के क्रम में टेंडर की तिथि, कार्य प्रारंभ होने की तिथि, कार्य पूर्ण होने की तिथि तथा कार्य की गुणवत्ता की स्थिति संबंधित अन्य बिंदुओं पर जांच दल द्वारा जांच की जायेगी.
