नवादा : सरकार ने शुद्ध पेयजलापूर्ति के लिए हर घर नल का जल योजना चला रखी है. लेकिन, इन दिनों हालात यह हो गया है कि इसका लाभ लेने में अभी भी 60 प्रतिशत लोग वंचित हैं. नगर पर्षद क्षेत्र को दो भागों में बांट कर इस योजना को पूरा करना था.
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हर घर नल का जल योजना अधर में
नवादा : सरकार ने शुद्ध पेयजलापूर्ति के लिए हर घर नल का जल योजना चला रखी है. लेकिन, इन दिनों हालात यह हो गया है कि इसका लाभ लेने में अभी भी 60 प्रतिशत लोग वंचित हैं. नगर पर्षद क्षेत्र को दो भागों में बांट कर इस योजना को पूरा करना था. लेकिन, सब हाथी […]
लेकिन, सब हाथी का दांत बनकर रह गया है. शहर के 33 वार्डों में बिहार राज्य जल पर्षद बोर्ड के द्वारा 23 वार्डों में काम करने का जिम्मा मिला हुआ है. जबकि नप को 10 वार्डों में काम करने का जिम्मा मिला हुआ है. बावजूद अभी तक शहरी क्षेत्र में यह योजना अधर में लटका है.
जिला मुख्यालय में जब इस योजना का हाल जर्जर है, तो ग्रामीण इलाकों में इसका क्या हाल होगा, कहना मुश्किल है. बीआरजेपी के द्वारा हर घर जल का नल आपूर्ति करने के लिए शहर में चार वाटर मीनार, चार बोरिंग तथा 8 पम्प बनाया गया है. जिसमें सदर प्रखंड परिसर, नगर थाना, पुरानी जेल रोड तथा डोभरा पर बनाया गया है. लेकिन नप द्वारा सीधे मोटर पम्प से सप्लाय देने की व्यवस्था की गयी है. उक्त दोनों विभागों के माध्यम से नप क्षेत्र के कुल 18481 घरों के करीब 97 हजार आबादी को पेयजलापूर्ति करना है.
वार्ड संख्या एक से 18 तक तथा वार्ड संख्या 24 से 28 तक बीआरजेपी द्वारा काम किया जाना है. इसमें कुल 23 वार्ड शामिल हैं. इसके अलावा नगर पर्षद को वार्ड 19 से 23 तक तथा वार्ड 30 से 33 तक काम करना है. इसमें कुल 10 वार्ड शामिल है. नगर पर्षद का कहना है कि जिन वार्डों में नप के द्वारा काम किया जा रहा है उसमें विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है.
विद्युत विभाग को ट्रांसफाॅर्मर लगाने के लिए कहा गया है, इसके लिए विभाग ने प्राक्कलन राशि भी दे दिया है. बावजूद पिछले छह माह से ट्रांसफाॅर्मर नहीं लगाया गया है. वहीं बुडको का कहना है कि पहले केवल जल नल योजना का ही काम करना था, बाद में उसे हर घर से जोड़ने को कहा गया. इससे एजेंसी को परेशानी होने लगी. इसके बाद कई जगहों पर काम अधूरा रह गया. इसके लिए टेंडर किया जा रहा है.
मात्र 135 चापाकलों के भरोसे 33 वार्डों के लोग : शहरी क्षेत्र में चापाकलों की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. नल जल योजना के कारण जिन चापाकलों का लेयर भाग गया या खराब हो गया है, उसके जगह पर नया चापाकल लगाने का नप के पास कोई योजना नहीं है.
लिहाजा लोगों को पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है. हालात यह हो गई है कि लोग अवैध तरीके से बिछाये गये पाइपों से पानी का कनेक्शन कराने लगे हैं. इसके साथ ही कई वार्डों में पाइपलाइन बिछाये जाने के बाद उसे ढंक कर ठीक करना है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. इसके लिए वार्ड पार्षदों ने कई बार विभाग को सूचना भी दिया, परंतु कोई सुनवाई नहीं सका है.
बोले वार्ड पार्षद
वार्ड संख्या 14 के वार्ड पार्षद पंकज कुमार, वार्ड 13 के अनिल कुमार, वार्ड पांच के पूनम कुमारी व वार्ड 8 के महावीर प्रसाद ने बताया कि कोई काम ढंग से नहीं किया गया है. हर घर नल का जल योजना के लिए विभाग खानापूर्ति कर रही है. पाइपलाइन बिछाने के बाद उसका मरम्मति नहीं किया जा रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. पेयजल के लिए भी लोग वार्ड पार्षद को ही कोस रहे हैं. ऐसे में विभाग की लचर व्यवस्था से नागरिकों को परेशानी झेलना पड़ रहा है.
बोेले नप अधिकारी
नप क्षेत्र में जो भी नल का जल योजन में परेशानी हो रही है, उसका जिम्मेदार बिजली विभाग है. इसके अलावा विद्युत विभाग को ट्रांसफाॅर्मर के लिए राशि भी उपलब्ध करा दिया गया है. बावजूद काम नहीं किया जा रहा है.
राजेश कुमार, कनीय अभियंता नगर पर्षद नवादा
बोले बुडको अफसर
फर्स्ट फेज में काम को घर तक नहीं जोड़ना था, इस वजह से काम में परेशानी हो गयी. बावजूद जिन घरों को नल का जल से जोड़ दिया गया है. उसमें चार हजार घर बाकी है. इसे नये टेंडर के साथ सेकेंड फेज में पूरा करा दिया जायेगा.
धीरज कुमार, जेइ, बुडको, नवादा
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