बिहारशरीफ : नये परिवहन एक्ट के लागू होने के बाद सभी प्रकार के वाहन मालिकों की परेशानी बढ़ गयी है. वे वाहनों के कागजात को एकत्र करने में जुट गये हैं. खासकर वाहन का बीमा, प्रदूषण एवं टैक्स टोकन की खास जरूरत होती है. जिले में मात्र 11 प्रदूषण केंद्र हैं. प्रदूषण केंद्र की कमी होने से प्रदूषण केंद्रों पर वाहनों की भीड़ लगी रहती है. प्रदूषण जांच केंद्र वाले मनमाने ढंग से राशि वसूलते हैं.
Advertisement
प्रदूषण जांच केंद्रों की मनमानी से परेशानी
बिहारशरीफ : नये परिवहन एक्ट के लागू होने के बाद सभी प्रकार के वाहन मालिकों की परेशानी बढ़ गयी है. वे वाहनों के कागजात को एकत्र करने में जुट गये हैं. खासकर वाहन का बीमा, प्रदूषण एवं टैक्स टोकन की खास जरूरत होती है. जिले में मात्र 11 प्रदूषण केंद्र हैं. प्रदूषण केंद्र की कमी […]
विभाग द्वारा निर्धारित राशि से अधिक की वसूली करते हैं. इसी कारण वाहन मालिकों से आये दिन विवाद होता रहता है. परिवहन विभाग के जिला कार्यालय से किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है. वाहन प्रदूषण जांच केंद्र बिहारशरीफ में छह, हरनौत, चंडी व राजगीर में एक-एक और हिलसा में मात्र दो ही वाहन प्रदूषण जांच केंद्र हैं. जिले में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आधा दर्जन लोगों ने जिला परिवहन कार्यालय को आवेदन दिया है.
जिला परिवहन कार्यालय के अनुसार वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए दिये गये आवेदनों में पेट्रोल पंप वालों को पहली प्राथमिकता दी जायेगी. इसके बाद ऑटो डीलर को मौका मिलेगा. वाहनों की सघन जांच अभियान की शुरुआत होने से दोपहिया वाहन वालों में प्रदूषण प्रमाण पत्र बनाने की होड़ लगी हुई है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement