औरंगाबाद / नालंदा : औरंगाबाद और नालंदा में लू की चपेट में आने से सोमवार को पांच-पांच लोगों की मौत हो गयी. औरंगाबाद में लू की चपेट में आने से अब तक पांच दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, नालंदा में गर्म लहर की चपेट में आये करीब पांच दर्जन लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक, औरंगाबाद में लू की चपेट में आने से मरनेवाले लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. अब तक जिले में 60 लोगों की मौत लू लगने के कारण हो चुकी है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी लोगों को राहत पहुंचाने में लगे हुए हैं. सोमवार को 11 बजे तक लू की चपेट में आने से पांच लोग की मौत हो गयी है. मरनेवालों में बारुण प्रखंड के गठौली निवासी ललिया देवी, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लपुरा गांव निवासी रामावतार यादव, ओबरा निवासी गंगा सिंह, रफीगंज प्रखंड के दुगुल निवासी राम बहादुर सिंह और दाउदनगर निवासी गुप्तेश्वर प्रसाद की मौत हो चुकी हैं. वहीं, दो दर्जन मरीज अब भी अस्पताल में भर्ती हैं. इधर, विधान पार्षद राजन कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और मरीजों से उनका हाल जाना.
अब तक नहीं पहुंची डॉक्टरों की टीम
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने औरंगाबाद में 16 डॉक्टरों के भेजे जाने की बात कही थी. लेकिन, सोमवार की दोपहर तक एक भी डॉक्टर औरंगाबाद नहीं पहुंच सके हैं. सिविल सर्जन डॉ सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि अब तक डॉक्टरों की टीम औरंगाबाद नहीं पहुंची है. वहीं, लू की चपेट में आने से जिले में मरनेवालों की कुल संख्या बढ़ कर 65 हो गयी है.
लू की चपेट में आने से नालंदा में पांच लोगों की मौत
लू की चपेट में आने से नालंदा जिले में भी पांच लोगों की मौत होने की सूचना है. साथ ही दर्जनों लोगों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. नालंदा जिले के पावापुरी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ज्ञान भूषण ने सोमवार को बताया कि हीट स्ट्रोक के कारण पांच लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, हीट स्ट्रोक के बाद 58 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
लू से अब तक 78 लोगों की गयी जान : आपदा प्रबंधन
बिहार में गर्मी के मौसम में लू लगने से मरनेवाले लोगों की संख्या बढ़कर सोमवार को 78 हो गयी. आपदा प्रबंधन विभाग के नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में लू लगने से अबतक 78 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें से औरंगाबाद जिले में 33, गया में 31 और नवादा में 12 और जमुई जिला में दो लोगों की मौत हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि मुहैया कराये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
मौसम विभाग के पटना कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राजधानी पटना में रविवार को अधिकतम तापमान 45.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस अधिक था. पटना शहर में रविवार को न्यूनतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. भीषण गर्मी को देखते हुए बिहार के सभी जिलों में सरकारी और गैर सरकारी स्कूल आगामी 22 जून तक बंद रखने के निर्देश दिये गये हैं. बिहार शिक्षा परियोजना पर्षद के निदेशक संजय सिंह ने बताया कि इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों और जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिये जा चुके हैं. राज्य के अन्य जिलों गया, भागलपुर और पूर्णिया में रविवार को अधिकतम तापमान क्रमश: 44.0 डिग्री सेल्सियस, 41.0 डिग्री सेल्सियस और 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा. गया, भागलपुर और पूर्णिया में रविवार को न्यूनतम तापमान क्रमश: 30.6 डिग्री सेल्सियस, 28.6 डिग्री सेल्सियस और 28.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.