23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

संविदाकर्मी हड़ताल पर, मरीजों को परेशानी

परेशानी. निबंधन पर्ची काटने में भी हो रही दिक्कत, इधर-उधर भटकते रहे मरीज बिहारशरीफ : सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने आ रहे मरीजों की फजीहत बढ़ती ही जा रही है. स्थिति यह हो गयी है कि बीमारी दिखाने के लिए निबंधन कराने में भी उन्हें एक से दूसरे काउंटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है. […]

परेशानी. निबंधन पर्ची काटने में भी हो रही दिक्कत, इधर-उधर भटकते रहे मरीज

बिहारशरीफ : सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने आ रहे मरीजों की फजीहत बढ़ती ही जा रही है. स्थिति यह हो गयी है कि बीमारी दिखाने के लिए निबंधन कराने में भी उन्हें एक से दूसरे काउंटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है. यानी की पर्ची काटने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसी तरह का नजारा मंगलवार की सुबह सदर अस्पताल में देखने को मिला. इलाज कराने पहुंचे मरीज जब निबंधन काउंटर के पास गये थे काउंटर बंद पाया गया. लिहाजा निबंधन के लिए रोगी अस्पताल परिसर में इधर-उधर भटकते नजर आये. सदर अस्पताल के आकस्मिक कक्ष निबंधन काउंटर पर भी निबंधन पर्ची नहीं कट रही थी. निबंधन पर्ची के लिए रोगी घंटों परेशान होते रहे. यह समस्या संविदा पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों केी हड़ताल पर चले जाने से उत्पन्न हुई है.
वैकल्पिक व्यवस्था होने पर कटने लगी पर्ची : मरीजों को पर्ची कटाने में हो रही दिक्कत की सूचना मिलने पर अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में वैकल्पिक व्यवस्था की. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत हाथ से पर्ची बनाने के कार्य में स्थायी कर्मियों को लगाया गया. इसके बाद निबंधन शुरू हुआ और मरीजों को राहत मिली. दिन के करीब दस बजे के बाद मरीजों ने राहत की सांस ली. निबंधन पर्ची लेकर ओपीडी में रोगी इलाज को पहुंचने लगे.
सेवा स्थायी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कर्मी: संविदा स्वास्थ्यकर्मी अपनी सेवा को नियमित करने समेत सात सूत्री मांगों को लेकर चार दिसंबर से बेमियादी हड़ताल पर हैं. जिसमें आयुष चिकित्सक भी शामिल हैं. लिप्रखंड अस्पताल प्रबंधक, प्रखंड लेखापाल, एनएचएम, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षक, पारा मेडिकल वर्कर, प्रखंड एम एंड ई सहायक, परिवार कल्याण परामर्शी, अनुबंधित कर्मी आरएनटीसीपी (यक्ष्मा), डाटा इंट्री ऑपरेटर (संजीवनी) एवं एमसीटीएस सहित) कर्मी बेमियादी हड़ताल पर हैं. लिहाजा इलाज में रोगियों को परेशानी उठानी पड़ रही है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें