Islamia Degree College : इस्लामिया डिग्री कॉलेज का फर्जी लेटर हेड और प्राचार्य का हस्ताक्षर कर इन्हें बनाया गया था परीक्षक वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन ने 11 फर्जी परीक्षकों को स्नातक द्वितीय वर्ष और द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा के बाद हो रहे मूल्यांकन कार्य से बाहर कर दिया है. कॉलेज के शिक्षकों की ओर से की गयी शिकायत के बाद विश्वविद्यालय ने यह एक्शन लिया है.
Islamia Degree College : शिक्षकों ने कि मामले कि शिकायत
दरअसल इस्लामिया डिग्री कॉलेज, कांटी के शिक्षकों की ओर से यह शिकायत की गयी थी. शिक्षकों ने कहा कुलपति के नाम दिये गये आवेदन में कहा था कि संबंधित कॉलेज में तीन प्रभारी प्राचार्य हैं. कॉलेज के एक फर्जी लेटर हेड और उसपर फर्जी प्राचार्य का हस्ताक्षर कर कुछ शिक्षकों की सूची भेजी गयी. विश्वविद्यालय ने उसे कॉलेज का पत्र मानकर उन परीक्षकों को कॉपी जांच के लिए अनुमति दी थी. शिक्षकों ने सिंडिकेट की बैठक से कॉलेज के शिक्षकों की स्वीकृत सूची भी आवेदन के साथ संलग्न की. कहा कि इसके अतिरिक्त कोई शिक्षक कॉलेज में अधिकृत नहीं हैं.
Islamia Degree College : विश्वविद्यालय सूची में नहीं शामिल थे 11 नाम
ऐसे में फर्जी लेटरहेड के आधार पर फर्जी शिक्षकों को प्राचार्य बना दिया गया है. शिक्षकों ने इसकी उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की. इसकी सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय ने सूची में बिना शामिल और फर्जी लेटरहेड पर भेजे गये 11 शिक्षकों को तत्काल परीक्षा के मूल्यांकन कार्य से बाहर कर दिया. शिकायत करने वालों में शशांक शेखर, सतीश कुमार, अनिता सिन्हा, दयानंद प्रसाद, रागिनी कुमारी समेत अन्य शिक्षक शामिल थे.