:: 17 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चली पुरवा हवा, गर्मी से मिली राहत, सामान्य से 6 डिग्री कम रहा दिन का तापमान
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
शहर के साथ आसपास के इलाकों में रविवार सुबह के समय हुई बारिश ने मौसम को खुशनुमा बना दिया. मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार करीब 9.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी, जिससे वातावरण में ठंडक आ गयी और लोगों को गर्मी से राहत मिली. सुबह के समय लगभग 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा चली, जिसने बारिश की बूंदों के साथ मिलकर मौसम को और भी सुहावना बना दिया. इस बारिश से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली. रिकॉर्ड के तहत दिन में सामान्य से छह डिग्री कम तापमान दर्ज किया गया. पिछले कुछ दिनों से मुजफ्फरपुर में गर्मी और उमस का प्रकोप जारी है, जिससे लोगों का हाल बेहाल है. सुबह हुई इस बारिश ने न केवल मौसम को बदला बल्कि लोगों को भी ताजगी का अनुभव कराया. मौसम विभाग ने आने वाले एक-दो दिन हल्के बादल छाए रहने और बूंदाबांदी की संभावना जताई है.
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तापमान की स्थिति
– अधिकतम तापमान – 30.5
– न्यूनतम तापमान – 23.0
– 24 घंटे में वर्षा की स्थिति – 9.4 एमएम
15 मिनट की बारिश से कीचड़ से बढ़ी परेशानी
शहर में हुई महज 15 मिनट की बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं. हल्की बारिश के बाद शहर की कई प्रमुख सड़कों और गलियों में कीचड़ जमा हो गया, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. बारिश के थमते ही सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया और मिट्टी के साथ मिलकर कीचड़ में तब्दील हो गया. खासकर निचले इलाकों और निर्माणाधीन क्षेत्रों के आसपास स्थिति ज्यादा खराब देखने को मिली. वहीं वार्ड-47 के कई हिस्सों में जलजमाव के कारण लोग परेशान हो गए. स्थानीय लोगों ने नगर निगम की व्यवस्था पर नाराजगी जताई है. बता दें कि मॉनसून पूर्व निगम की तैयारी चल रही है. हालांकि अभी तक झमाझम बारिश नहीं हुई है.
बारिश के बाद लाल हुई लीची, मिठास भी बढ़ी
बारिश के बाद लीची के बागानों में बदलाव देखने को मिला है. बारिश की बूंदों ने अधपकी लीचियों को लाल रंगत प्रदान कर दी है, जिससे किसान काफी उत्साहित हैं. इतना ही नहीं, किसान धिरेंद्र कुमार, बबलू शाही ने बताया कि इस बारिश से लीची की मिठास में भी वृद्धि होगी. किसान बताते हैं कि आमतौर पर लीची को पूरी तरह से पकने और लाल होने में अधिक समय लगता है, लेकिन इस बार बारिश के बाद रंगत में तेजी से बदलाव आया है. एक किसान ने बताया कि इस बार समय-समय पर हो रही बारिश से लीची की फसल के लिए बहुत अच्छी साबित हुई है. बारिश के बाद लीचियों का रंग बहुत अच्छा लाल हो गया है, और हमें उम्मीद है कि इनका स्वाद भी पहले से ज्यादा मीठा होगा. अच्छी रंगत और मिठास के कारण इस बार लीची की बाजार में अच्छी मांग रहने की संभावना है.
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