मुजफ्फरपुर.
बिहार सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सूबे में दो फरवरी से एशियन जलीय पक्षी गणना करा रहा है. जिले में जलीय पक्षी गणना कार्य के लिए एसएनएस कॉलेज, हाजीपुर के जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष सह बर्ड एक्सपर्ट डॉ सत्येंद्र कुमार को कोऑर्डिनेटर बनाया गया है. बर्ड एक्सपर्ट डॉ सत्येंद्र कुमार ने सोमवार को जिले के झपहां वेटलैंड व बूढ़ी गंडक स्ट्रेच व संगम घाट में पक्षियों की गणना करायी. यह गणना पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार एवं मुंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के तत्वावधान में हो रही है. वैशाली वॉटरबर्ड सेंसस 2025 के डॉ कुमार की टीम में रामेश्वर सिंह कॉलेज के जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ धीरज कुमार, आरडीएस कॉलेज के जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष आशुतोष मिश्रा व चिड़ियों पर पीएचडी कर रही बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की शोध छात्रा अनुपमा जायसवाल सहित फॉरेस्टर मोहम्मद अमान, वनरक्षी मकसूद आलम शामिल रहे. यह गणना मुजफ्फरपुर वन प्रमंडल के प्रमंडल पदाधिकारी भरत चिंतमपल्ली के नेतृत्व में आयोजित हुआ. डॉ सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जिला में जलीय पक्षियों की संख्या कम दिख रही है. झपहां चौर में जहां पिछले साल पानी काफी था, आज सूखा हुआ है. चिड़ियों का मंडराना लोगों को आनंदित करता है और दृश्य मनमोहक बनता है. झपहां चौर में टीम के लोगो को पक्षी का मंडराना नजर आया. डॉ धीरज एवं आशुतोष ने कहा कि लोगो को पक्षी संरक्षण के दिशा में आगे आने की जरूरत है. मुजफ्फरपुर में कोऑर्डिनेटर डॉ सत्येन्द्र कुमार के टीम गणना रिपोर्ट जल्द ही प्रमंडल पदाधिकारी व राज्य सरकार को भेजेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है