मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने खरीफ 2024-25 के अंतर्गत कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) की आपूर्ति को लेकर एक समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि कुल निर्धारित 60,245.24 मीट्रिक टन सीएमआर में से 98.25% यानी 59,192 मीट्रिक टन की आपूर्ति हो चुकी है, लेकिन अभी भी 22 समितियों के 36 लॉट लंबित हैं. इस लापरवाही के चलते कुछ पैक्स अध्यक्षों पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है. मोतीपुर के महिमा गोपीनाथपुर और बरियारपुर पूर्वी पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसी तरह, मड़वन प्रखंड के झखड़ा शेख और पकड़ी पकोही पैक्स अध्यक्षों के विरुद्ध भी करजा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. वही, हाइईटेक एग्रो प्राइवेट लिमिटेड राइस मिल, मीनापुर पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है. इस मिल से जुड़ी 11 और कांटी की 3 समितियों का लगभग 15 लॉट सीएमआर अभी तक आपूर्ति नहीं हो सका है. इस पर जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी (पूर्वी) को राइस मिल से स्पष्टीकरण मांगने और लापरवाही पाए जाने पर एफआईआर दर्ज करने और आगामी खरीद वर्ष में उसे काली सूची में डालने का निर्देश दिया है.इसके अलावा, जिलाधिकारी ने डीसीओ को निर्देश दिया है कि जिन पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है, उनके विरुद्ध नीलाम पत्रवाद दायर कर एक महीने के भीतर बकाया राशि की वसूली करें. समय पर राशि जमा न करने पर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी.यह भी बताया गया कि 255 डीलरों के केवाईसी प्रपत्र अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं, जिसके लिए मार्केटिंग अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
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