::: 18 को होने वाली थी मीटिंग, मेयर कैबिनेट के पार्षदों के बागी होने के बाद पहली बार तय थी मीटिंग
::: अचानक मीटिंग के स्थगित किये जाने के बाद नगर निगम में फिर आया ””सियासी भूचाल”
:::वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर नगर निगम में पार्षदों और महापौर निर्मला साहू के बीच का तनाव अब चरम पर पहुंच गया है. महापौर के अपने ही कैबिनेट यानी सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों की नाराजगी के बाद अब महापौर ने भी कड़ा रुख अपना लिया है. इसी का नतीजा है कि 18 अगस्त को होने वाली स्टैंडिंग कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. स्वतंत्रता दिवस पर झंडोत्तोलन के बाद कुछ समय के लिए ऐसा लगा था कि सब कुछ सामान्य हो गया है. बागी पार्षद भी झंडोत्तोलन में शामिल हुए थे और महापौर के कक्ष में उनसे मिलने गये थे. इससे यह कयास लगाये जा रहे थे कि 18 अगस्त की बैठक शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होगी. आगामी पर्व-त्योहार एवं शहर के विकास को लेकर तय एजेंडा पर सर्वसम्मति से बात बनेगी. लेकिन, सारा दावं उल्टा पड़ गया है. महापौर ने शनिवार को अचानक नगर आयुक्त को ईमेल भेजकर बैठक स्थगित करने का आदेश दिया. इस फैसले ने नगर निगम के गलियारों में हलचल मचा दी है. यह माना जा रहा है कि पार्षदों की नाराजगी के बाद महापौर ने अपनी रणनीति बदल दी है और वे किसी भी तरह के दबाव में नहीं आना चाहतीं. फिलहाल, इस बैठक के लिए कोई नई तारीख तय नहीं की गई है, जिससे यह गतिरोध और गहरा गया है. अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि दोनों पक्षों के बीच यह तल्खी कब तक बनी रहती है और क्या कोई समाधान निकल पाता है या नहीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

