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एलएलबी में नामांकन के लिए खुलेगा पोर्टल, सेंट्रलाइज्ड प्रवेश परीक्षा से होगा नामांकन

एलएलबी में नामांकन के लिए खुलेगा पोर्टल, सेंट्रलाइज्ड प्रवेश परीक्षा से होगा नामांकन

-परीक्षा बोर्ड की बैठक में मिली मंजूरी, 15 तक शुरू हो जायेगी आवेदन की प्रक्रिया- सभी लॉ कॉलेजों को वेबसाइट पर पोस्ट करना होगा एलएलबी और प्री लॉ का फी स्ट्रक्चर मुजफ्फरपुर. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न लॉ कॉलेजों में एलएलबी और प्री लॉ कोसे में दाखिले की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जायेगी. गुरुवार को कुलपति प्रो. डीसी राय की अध्यक्षता में हुइ परीक्षा बोर्ड की बैठक में इसकी स्वीकृति मिल गयी. ऐसे में आवेदन की प्रक्रिया शुरू करने की दिशा में कार्य शुरू हो गया है. उम्मीद है कि 15 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल खोल दिया जाये. आवेदन प्राप्त होने के बाद विश्वविद्यालय की ओर से प्रवेश परीक्षा की तिथि निर्धारित की जायेगी. साथ ही एडमिट कार्ड भी जारी किया जायेगा. प्रवेश परीक्षा में सफल होने वाले विद्यार्थियों की मेधा सूची बनेगी और उसी अनुसार कॉलेजों को नामांकन लेना होगा. लॉ कॉलेजों को लेकर एक और निर्णय परीक्षा बोर्ड की बैठक में लिया गया. अब सभी कॉलेजों को एलएलबी और प्री लॉ कोर्स के फी का स्ट्रक्चर अपने वेबसाइट पर प्रदर्शित करना होगा. नामांकन के समय छात्र आसानी से उसे देख पाएं और निर्धारित फी से अधिक राशि छात्रों से नहीं ली जाए. इसको लेकर सभी कॉलेजों को दिशानिर्देश दिया जा रहा है. बैठक में परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. ——————- अब कॉपी जांच स्थल पर ही बनेगा शिक्षकों का बिल : शिक्षकों के हित में भी बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया. कॉपी जांच के लिए बनाये गये केंद्र पर ही शिक्षकों को बिल बनाकर देना होगा. परीक्षा विभाग के कर्मचारी वहां मौजूद रहेंगे. उनकी मौजूदगी में बिल का सत्यापन होगा. इसके बाद आरटीजीएस के माध्यम से सभी शिक्षकों के बिल का भुगतान एक साथ हो जाएगा. शिक्षकों को बिल लेकर परीक्षा विभाग का चक्कर लगाना पड़ता था. इस निर्णय के बाद शिक्षकों को अब बिल के लिए चक्कर नहीं लगाना होगा. ——————– पीजी विभाग, छात्रावास और शिक्षकों के भवनों का होगा जीर्णोद्धार : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में गुरुवार को कुलपति प्राे. डीसी राय की अध्यक्षता में बिल्डिंग कमेटी की बैठक हुई. इसमें पूर्व से लंबित मामलों को रखा गया. सदस्यों ने बताया कि कई बार प्रस्ताव रखे जाने के बाद भी भवनों का जीर्णोद्धार नहीं हुआ है. इसपर कुलपति ने कहा कि विश्वविद्याय नैक मूल्यांकन की तैयारी में जुटा है. ऐसे में अब उनकी पहली प्राथमिकता भवनों का जीर्णोद्धार कराना है. पीजी विभागों के भवनों की स्थिति बेहद खराब है. छत टूटकर गिर रहे हैं. छात्रावासों के कई कमरे रहने लायक नहीं हैं. शिक्षकों के लिए बनाये गये कई भवन का छज्जा टूटकर लटका हुआ है. पिछले वर्ष बारिश के समय कई प्राध्यापकों के यहां छत टूटकर गिरने की घटना हुई थी. ऐसे में उन सभी कमरों को रहने लायक बनाने के लिए शीघ्र पहल की जाएगी. कुलपति प्रो.राय ने बताया कि भवनों के जीर्णोद्धार को लेकर शीघ्र निविदा की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. उन्होंने कहा कि जो भवन मरम्मत के लायक नहीं होंगे. उनकी जगह नये ब्लॉक के निर्माण को लेकर विचार किया जायेगा.

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