वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति22-23 व 23-24 के आवेदनों के सत्यापन में लापरवाही बरतने पर जिला शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है. जिला परियोजना पदाधिकारी (डीपीओ) सर्व शिक्षा अभियान, सुजीत कुमार दास ने 10 प्रखंडों के डाटा एंट्री ऑपरेटरों से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. इन ऑपरेटरों को तत्काल कार्य पूरा करने का भी निर्देश दिया गया है. बीसी-इबीसी व एससी-एसटी श्रेणी के पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति आवेदनों को डाटा मेकर व चेकर स्तर पर सत्यापित करने के लिए सभी डाटा एंट्री ऑपरेटरों को मुख्यालय स्थित जिला शिक्षा विभाग में बुलाया गया था. उन्हें मंगलवार को ही लैपटॉप के साथ उपस्थित होकर यह कार्य पूरा करने के निर्देश थे. हालांकि, शाम तक कांटी, साहेबगंज, मड़वन, गायघाट, सरैया, बंदरा, पारू, सकरा, कटरा व औराई के डाटा एंट्री ऑपरेटर उपस्थित नहीं हुए. इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये पर नाराजगी व्यक्त करते हुए डीपीओ ने कहा है कि संबंधित ऑपरेटर यह सुनिश्चित करें कि वे 24 घंटे के भीतर इस बात का जवाब दें कि उन्होंने किस परिस्थिति में उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना की. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई जवाब नहीं मिलता है, तो इसे इस संबंध में कुछ न कहने के रूप में समझा जायेगा और आगे की कार्रवाई की जायेगी.ये इस लापरवाही से छात्रवृत्ति वितरण में देरी की आशंका बढ़ गयी है, जिससे हजारों छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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