यूजीसी ने बीआरएबीयू समेत सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को दिया निर्देश
छात्रों को मिलेगी विशेष ट्रेनिंग, आपदा जोखिम न्यूनीकरण क्लब बनेगावरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बीआरएबीयू समेत उच्च शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थी आपदा प्रबंधन का पाठ पढ़ेंगे. स्किल इन्हांसमेंट कोर्स के तहत छात्रों को इसका विकल्प मिलेगा. इसके बदले उन्हें दो क्रेडिट भी मिलेगा. विवि अनुदान आयोग की ओर से इसको लेकर बीआरएबीयू के वीसी को पत्र भेजा है. सचिव मनीष आर जोशी की ओर से भेजे पत्र में कहा है कि देश में आपदा प्रबंधन को मजबूत करने को लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों को आपदा प्रबंधन पहल को अनिवार्य करना है. इस कोर्स के तहत विभिन्न आपदाओं के समय बरती जाने वाली सावधानियों व बचाव के लिए छात्रों को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसको लेकर विवि व कॉलेजों में आपदा जोखिम न्यूनीकरण क्लबों का गठन किया जायेगा. इन क्लबों के माध्यम से छात्रों व शिक्षकों को आपदा जागरूकता, क्षमता निर्माण व सामुदायिक सहयोग के लिए प्रेरित किया जायेगा. इन गतिविधियों में व्यावहारिक प्रशिक्षण, स्थानीय जोखिम मूल्यांकन, इंटरैक्टिव जागरूकता कार्यक्रम व आपातकालीन प्रतिक्रिया की तैयारी को शामिल किया जायेगा. यूजीसी ने कहा है कि आपदा प्रबंधन को कोर्स में शामिल करने का उद्देश्य समाज को आपदाओं से निपटने के लिए बेहतर तरीके से तैयार करना है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआइडीएम) के कार्यकारी निदेशक के आग्रह पर यूजीसी ने इसे कोर्स में शामिल करने को कहा है. इसका सिलेबस भी यूजीसी की ओर से जारी किया गया है.प्राथमिक उपचार व सीपीआर की मिलेगी ट्रेनिंग
इस काेर्स का चयन करने वाले छात्र-छात्राओं को प्राथमिक उपचार व सीपीआर देने की ट्रेनिंग दी जायेगी. फायर सेफ्टी ड्रील, भूकंप से बचाव को लेकर कार्यशाला आयोजित होगी. क्राउड मैनेजमेंट, इमरजेंसी कम्युनिकेशन, केमिकल हजार्ड आदि के समय राहत व बचाव तथा रिस्पांस सिस्टम से छात्रों को अवगत कराया जायेगा. इसको लेकर परिसर में जागरूकता अभियान भी चलेगा. छात्र-छात्राओं के बीच आपदा बचाव प्रबंधन को लेकर क्विज का भी आयोजन होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

