मुजफ्फरपुर में एक्सपोर्ट क्वालिटी की शाही लीची की तुड़ाई रविवार से शुरू हो गई है. पहली खेप बहरीन भेजी गयी. यहां से ऐसी वैन में लीची लखनऊ गयी. वहां से फ्लाइट से लीची जायेगी. लीची उत्पादकों ने एक टन लीची बाहर भेज कर विदेशों में एक्सपोर्ट की शुरुआत की. सोमवार को यहां से 30 क्विंटल लीची दुबई के लुलु मॉल में भेजी जायेगी. अब यहां से करीब एक सप्ताह तक विदेशों में लीची का एक्सपोर्ट किया जायेगा.
लीची की खरीद के लिये कार्गों कंपनी की सोनल ने भी शाहबाजपुर जाकर लीची के बागों को देखा. वे यहां से लीची विदेशों में भेजेगी. सोनल ने बताया कि अभी वे लीची का बाग देखने पहुंची है. कंपनी के दिशा निर्देश पर लीची उत्पादकों के साथ करार किया जायेगा. इस बार देर से लीची होने के कारण अच्छी क्वालिटी की लीची बहुत कम हो पायी है. इस कारण लीची उत्पादक विदेशों के ऑर्डर को पूरा करने में सक्षम नहीं है. लीची उत्पादकों का कहना है कि इस बार शाही लीची का विदेशों में निर्यात कम होगा
काली पड़ रही शाही लीची, चायना का होगा कारोबार
लीची उत्पादक बबलू शाही ने कहा कि इस बार अधिक गर्मी पड़ने के कारण पेड़ में ही शाही लीची काली पड़ गयी है. बाहर भेजने लायक बहुत कम लीची बचा हुआ है. करीब एक सप्ताह के अंदर शाही लीची समाप्त हो जायेगी. इस बार विदेशों में चायना लीची का कारोबार बेहतर होने की उम्मीद है. कई कंपनियों के प्रतिनिधियों ने चायना लीची के एक्सपोर्ट की तैयारी की है.
बिहार लीची उत्पादक संघ के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने कहा कि नवंबर-दिसंबर से ही शाही लीची पर संकट आ गया. बीच में मौसम ने कुछ साथ दिया तो लगा कि लीची बेहतर होगी, लेकिन एक सप्ताह के अंदर इतनी तेज गर्मी पड़ी की लीची पेड़ों में ही काली पड़ने लगी. इससे लीची उत्पादकों को बहुत घाटा लगा है.
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